गुरुग्राम/फरीदाबाद 5 अगस्त पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे व रोहतक सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने रविवार को भाजपा सरकार के खिलाफ अपना हमला जारी रखा।
हुड्डा ने भाजपा पर युवाओं का शोषण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सिर्फ विधानसभा चुनाव ही नहीं जीतेगी, बल्कि श्रम और रोजगार का खोया हुआ सम्मान भी वापस लाएगी।
उन्होंने नायब सैनी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कौशल निगम में अस्थायी भर्तियों में युवाओं को बरगलाया गया और कांग्रेस के सत्ता में आने पर स्थायी नौकरी देने का वादा किया।
श्रमिक अधिकार सम्मेलन को संबोधित करने गुरुग्राम आए पूर्व सीएम ने कहा, ‘उन पर हमेशा बर्खास्तगी की तलवार लटकी रहती है, लेकिन कांग्रेस की सरकार बनने पर कौशल रोजगार निगम के तहत कार्यरत कर्मचारियों को नीति बनाकर स्थायी किया जाएगा। युवाओं को अस्थायी नौकरियों के झंझट से मुक्ति दिलाने के लिए दो लाख रिक्त पदों पर स्थायी भर्तियां की जाएंगी।’
‘हरियाणा की कांग्रेस सरकार ने देश में सबसे ज्यादा न्यूनतम दैनिक मजदूरी और मनरेगा मजदूरी तय की थी। हरियाणा कांग्रेस भविष्य में भी देश में सबसे अधिक मनरेगा मजदूरी और न्यूनतम दैनिक मजदूरी देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। वहीं दूसरी ओर भाजपा श्रम कानूनों से खेलकर गरीब मजदूरों को शोषण के दलदल में धकेल रही है, क्योंकि वह निजीकरण में विश्वास करती है, जबकि कांग्रेस राष्ट्रीयकरण में।
हुड्डा ने कहा कि भाजपा ने शिक्षा के क्षेत्र में भी निजीकरण की नीति लागू की है। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि कांग्रेस उत्पीड़ित और शोषित मजदूरों की आवाज है।
फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में ‘हरियाणा मांगे हिसाब यात्रा’ के तहत एक जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार पर खराब काम और कांग्रेस पार्टी के शासन के दौरान शुरू की गई विकास की गति को बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नागरिक बुनियादी ढांचे पर सैकड़ों करोड़ खर्च करने के दावों के बावजूद फरीदाबाद जैसे शहर शहरी झुग्गी बस्तियों में बदल गए हैं। उन्होंने कहा, “फरीदाबाद राज्य में सबसे अधिक राजस्व उत्पन्न करने वालों में से एक होने के बावजूद यहां लाखों लोग पानी, सीवर और सड़कों जैसी बुनियादी नागरिक सुविधाओं के बिना रहने को मजबूर हैं।” उन्होंने कहा कि भाजपा के पास कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवालों का कोई जवाब नहीं है।