सोलन, 11 अप्रैल सोलन शहर के क्लेन इलाके में सोमवार शाम को ट्रेन की चपेट में आने से दो छोटे बच्चों को बचाने की कोशिश में सोलन के एक युवक ने अपना पैर खो दिया। वार्ड पार्षद मीरा आनंद के अनुसार, दुर्घटना उस समय हुई जब दो बच्चे कुछ सामान लाने के लिए बाजार जाने के दौरान कालीन में रेलवे लाइन पार कर रहे थे।
संयोग से, जब ट्रेन आ रही थी तो युवक, जिसकी पहचान रितिक सतलाइक के रूप में हुई, भी वहां मौजूद था। उन्होंने अनुकरणीय साहस का परिचय दिया और ट्रेन के उनके एक पैर को कुचलने से कुछ सेकंड पहले ही दो बच्चों को ट्रैक से बाहर धकेल कर उन्हें बचाने में कामयाब रहे। दुर्घटना रेलवे ट्रैक के एक संकरे हिस्से पर हुई, जहां बच्चों को ट्रैक से बाहर धकेलने के बाद असहाय युवक के पास खुद को बचाने के लिए बहुत कम जगह थी।
हादसे के बाद वह बेहोश होकर कुछ देर तक खून से लथपथ ट्रैक पर पड़ा रहा। स्थानीय लोगों का आरोप है कि घायल युवक की मदद के लिए रेलवे स्टाफ या जिला प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं की गई।
स्थानीय लोगों द्वारा उसे क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचाया गया और प्रारंभिक उपचार देकर आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया गया।
वहां से उन्हें पीजीआई-चंडीगढ़ स्थानांतरित कर दिया गया, जहां कल एक सर्जरी के दौरान उनका एक पैर काट दिया गया क्योंकि उन्हें अपूरणीय क्षति हुई थी।
सतलाइक सोलन के देवघाट क्षेत्र में प्राइवेट नौकरी करता है और शिमला जिले के चौपाल क्षेत्र के गगना गांव का रहने वाला है।