चम्बा, 17 जुलाई जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले के मद्देनजर एचआरटीसी ने मंगलवार को चंबा-डोडा बस सेवा स्थगित कर दी। इस बस सेवा को चंबा से 80 किलोमीटर दूर सलूनी उपखंड के सीमावर्ती गांव लंगेरा में समाप्त कर दिया गया।
पादरी जोत और भद्रवाह के रास्ते 2 जुलाई को शुरू की गई बस सेवा का उद्देश्य स्थानीय लोगों को लाभ पहुंचाना है, जिनके रिश्तेदार सीमा के दूसरी ओर रहते हैं, साथ ही डोडा जिले के भद्रवाह क्षेत्र से मणिमहेश यात्रा के दौरान चंबा आने वाले तीर्थयात्रियों को भी लाभ पहुंचाना है।
चंबा में आतंकवादी हमले के बाद डोडा से चंबा तक की बस सेवा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। एचआरटीसी, चंबा के क्षेत्रीय प्रबंधक शुगल सिंह ने बताया कि स्थिति सामान्य होने तक बस अब सलूणी तक चलेगी।
इस बीच, जम्मू क्षेत्र में आतंकी घटनाओं में वृद्धि के बाद चंबा पुलिस ने सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। एसपी ने सभी थानों और चौकियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। सीमावर्ती इलाकों में गश्त बढ़ाई जा रही है और ड्रोन से निगरानी की जा रही है। इसके अलावा, खुफिया विंग विशेष निगरानी कर रही है। पड़ोसी राज्यों से राज्य और जिले की सीमा में प्रवेश करने वाले वाहनों सहित विभिन्न स्थानों पर वाहनों की जांच की जा रही है।
जम्मू एवं कश्मीर के साथ 200 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करने वाले चंबा में पहले भी आतंकवादी हमले हो चुके हैं।
1993 में आतंकियों ने जिले के किहार क्षेत्र के जलाडी गांव में दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसी साल दो चरवाहों की हत्या कर दी गई थी। 1998 में आतंकियों ने चुराह उपमंडल के कलाबन और सतरुंडी में सबसे घातक हमला कर 35 मजदूरों की हत्या कर दी थी।