महाराष्ट्र के पुणे जिले के शिरूर तालुका के करंदी गांव में चाकण-शिक्रापूर मार्ग पर स्थित एक अनधिकृत टायर दुकान में मंगलवार को अचानक भीषण आग लग गई। यह आग इतनी भयानक थी कि उसकी चपेट में आसपास की 7-8 दुकानें और ठेले भी आ गए, जिससे इलाके में भारी अफरा-तफरी मच गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टायर की दुकान में पुराने टायरों को जलाकर प्रोसेसिंग की जा रही थी। यह पूरी प्रक्रिया बिना किसी सरकारी अनुमति के चल रही थी और यह दुकान पूरी तरह से अनधिकृत थी। आग लगने के बाद इलाके में धुएं का गुबार फैल गया और लोग अपनी दुकानों और सामानों को बचाने के लिए दौड़ पड़े।
प्रचंड गर्मी और तेज हवा के कारण फायर ब्रिगेड की टीम को कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा। आग पर काबू पाने के लिए कई दमकल गाड़ियां मौके पर भेजी गई हैं और लगातार प्रयास जारी है। प्रशासन ने घटना का संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है।
इससे पहले मुंबई के बांद्रा के लिंकिन रोड पर लिंक स्क्वायर मॉल में क्रोमा शोरूम में आग लग गई थी। आग लगने से शोरूम को बड़ा नुकसान हुआ। आग सुबह चार बजे लगी। आग लगने की सूचना मिलने के बाद दमकल विभाग की सात गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। आग लगने के बाद पूरे इलाके में धुआं फैल गया।
आग लगने की इस घटना पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता और पूर्व विधायक जीशान सिद्दीकी ने फायर ब्रिगेड की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में इस घटना को फायर ब्रिगेड की लापरवाही का नतीजा बताया और कहा कि समय पर सही उपकरणों का इस्तेमाल न होने से छोटी सी आग ने विकराल रूप ले लिया। जीशान ने इस मुद्दे को एनसीपी नेता अजित पवार, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के सामने उठाने की बात कही। जीशान सिद्दीकी ने बताया कि उन्हें सुबह 4 बजे आग की सूचना मिली। उन्होंने कहा कि फायर ब्रिगेड ने इसे हल्के में लिया। काला धुआं उठ रहा था, फिर भी फायर ब्रिगेड ने समय पर उपकरण नहीं मंगवाए। जब उपकरण आए, तब भी कर्मचारियों को उनका इस्तेमाल करने में दिक्कत हुई।