रविवार को हजारों की संख्या में विभिन्न राज्यों और विदेशों से लोग निरवैर भाई को अंतिम विदाई देने के लिए आबू रोड पहुंचे। निरवैर भाई 55 साल तक ब्रह्माकुमारीज से जुड़े रहे और संगठन के महासचिव रहे। संगठन के 140 देशों में करीब 8,000 केंद्र हैं। निरवैर का शुक्रवार को अहमदाबाद में इलाज के दौरान निधन हो गया।
संस्था के सुरक्षा गार्डों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिए जाने के बाद बीके निर्वैर के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया। ब्रह्माकुमारीज की मुख्य प्रशासिका 101 वर्षीय दादी रतनमोहिनी ने विधि-विधान से चिता को अग्नि दी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, गुजरात के भूपेंद्र पटेल, राजस्थान के भजन लाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा और अशोक गहलोत ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। अंतिम प्रार्थना सभा में उनके पत्र पढ़े गए।
शांतिवन स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल के बरामदे में पार्थिव शरीर रखा गया। कर्नल (सेवानिवृत्त) बीके सती के नेतृत्व में गार्डों ने उन्हें सलामी देकर अंतिम विदाई दी। इसके बाद अंतिम यात्रा शुरू हुई, जो उनके निवास स्थान महादानी कॉटेज पहुंची, जहां होशियारपुर के मुकेरियां और अन्य स्थानों से आए उनके भाई और भतीजे समेत परिवार के सदस्यों ने श्रद्धांजलि दी। उन्होंने संगठन से महादानी कॉटेज को स्मृति के रूप में संरक्षित करने का अनुरोध किया।
दिवंगत आध्यात्मिक नेता के सम्मान में आबू रोड क्षेत्र में सभी टैक्सी संचालकों और दुकानदारों ने दोपहर तक अपनी दुकानें बंद रखीं।