सफाई कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से, मेयर रेणु बाला गुप्ता और करनाल नगर निगम आयुक्त (केएमसी) डॉ. वैशाली शर्मा ने गुरुवार को सफाई कर्मचारियों को नहाने के साबुन, सरसों का तेल और जूते सहित स्वच्छता किट वितरित की।
कार्यक्रम में बोलते हुए महापौर ने शहर भर में सफाई व्यवस्था बनाए रखने में सफाई कर्मचारियों की अहम भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “करनाल को साफ-सुथरा रखने के लिए हमारे सफाई कर्मचारी अथक परिश्रम करते हैं। उनकी सुरक्षा और सेहत सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है। उन्हें साबुन, तेल और उचित जूते जैसी ज़रूरी चीज़ें मुहैया कराने से उन्हें अपने कर्तव्यों को और भी बेहतर तरीके से निभाने में मदद मिलती है।”
टीम वर्क पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, “हम अपने सफाई कर्मचारियों को अपने परिवार का हिस्सा मानते हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में करनाल न केवल विकास में बल्कि स्वच्छता और सफाई के मामले में भी आगे बढ़ रहा है।”
महापौर ने करनाल की सफाई व्यवस्था में हुए सुधार की भी प्रशंसा की तथा आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण के परिणामों में शहर के शीर्ष स्थान प्राप्त करने के प्रति आशा व्यक्त की।
नगर आयुक्त शर्मा ने बताया कि नगर निगम में करीब 1,015 सफाई कर्मचारी हैं। उन्होंने बताया, “कोविड-19 महामारी के दौरान सफाई कर्मचारियों ने कठिन परिस्थितियों में भी बेहतरीन काम किया। उस समय हमने उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए स्वच्छता किट मुहैया करानी शुरू की, जिसमें नहाने के साबुन और सरसों का तेल शामिल था। तब से यह पहल जारी है।”
उन्होंने कहा, “सफाई कर्मचारी अक्सर धूल और मलबे के संपर्क में आते हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। इन प्रभावों को कम करने के लिए साबुन, सरसों का तेल और एक जोड़ी जूते का प्रतीकात्मक वितरण किया गया। शेष किट जल्द ही संबंधित बीट में पर्यवेक्षकों के माध्यम से श्रमिकों तक पहुंचा दी जाएंगी।”
डॉ. शर्मा ने यह भी बताया कि जनवरी में पुरुष सफाई कर्मचारियों को दो सेट पैंट और शर्ट दिए गए थे, जबकि महिला कर्मचारियों को दो-दो सूट और दस्ताने दिए गए थे। उन्होंने सभी सफाई कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे ड्यूटी के दौरान अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए नियमित रूप से दिए गए सामान का उपयोग करें।