N1Live Entertainment मैं अच्छी और बुरी किस्मत में विश्वास करता हूं: तुषार कपूर
Entertainment

मैं अच्छी और बुरी किस्मत में विश्वास करता हूं: तुषार कपूर

I believe in good and bad luck: Tusshar Kapoor

मुंबई, 7 अगस्त। एक्टर-प्रोड्यूसर तुषार कपूर बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं। मानते हैं कि अच्छी और बुरी किस्मत होती है और हम अपनी प्रार्थनाओं से भाग्य बदल सकते हैं।

तुषार ने आईएएनएस से बात की। कहा, ”मैं अच्छे और बुरे भाग्य में विश्वास करता हूं। हम इस दुनिया में कुछ खास कर्मों के साथ आए हैं। कुछ लोग कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन उन्हें एक निश्चित सीमा से ज्यादा कामयाबी नहीं मिल पाती, कुछ न कुछ बाधाएं उनके रास्ते में आती रहती हैं।”

एक्टर ने आगे कहा, ”और कभी-कभी, ऐसे लोगों को बड़ी कामयाबी मिल जाती है, जो लोग आलसी होते है, लेकिन चीजें उनके लिए सही हो जाती हैं।”

उनका मानना ​​है कि लंबे समय के लिए कड़ी मेहनत ज्यादा फायदेमंद होती है।

एक्टर ने कहा, ”यह आपके टारगेट तक पूरा करने के लिए आवश्यक समय को कम कर सकता है या इससे चीजों में देरी भी हो सकती हैं, यह सब आपके भाग्य पर निर्भर करता है। मेरा मानना ​​है कि यह सब आपके कर्म से जुड़ा है।”

भाग्य को कैसे बदला जा सकता है, इस बारे में बात करते हुए तुषार ने कहा, ”मैं एक बौद्ध अनुयायी हूं, इसलिए मुझे लगता है कि आप हमेशा अपने कर्म और भाग्य को बदल सकते हैं, अपने जीवन में और अधिक सौभाग्य जोड़ सकते हैं, अपनी किस्मत बदल सकते हैं। मैं अच्छे और बुरे भाग्य में विश्वास करता हूं, लेकिन मेरा मानना ​​है कि यह तय नहीं है और आप इसे बदल नहीं सकते। मेरा मानना ​​है कि प्रार्थना से आप अपनी किस्मत बदल सकते हैं।”

तुषार फिलहाल ओटीटी शो “दस जून की रात” में नजर आ रहे हैं। इसमें वह भागेश का किरदार निभा रहे हैं, जिसकी किस्मत खराब है।

यह पूछे जाने पर कि उन्हें क्या ज्यादा पसंद है, फिल्में या ओटीटी, तुषार ने कहा: “पहला प्यार हमेशा फिल्म ही है, लेकिन एक एक्टर के तौर पर सेट पर जाकर परफॉर्म करना और एक अच्छी टीम के साथ काम करना…मुझे लगता है कि यह हर जगह एक जैसा है, फिर चाहे वह कोई फिल्म हो या वेब-शो।”

उन्होंने कहा कि इसकी तुलना रियलिटी शो के काम से की जा सकती है, जिसका अनुभव कुछ अलग है।

तुषार ने कहा, “मैं यह नहीं कहूंगा कि एक दूसरे से बेहतर है। लेकिन हां, आज फिल्म रिलीज करना बहुत मुश्किल है। बहुत तनाव है, अगर महामारी है या कई मल्टीपल फिल्म रिलीज है, तो स्क्रीन की परेशानी सामने आती है। लेकिन वेब शो के लिए, यह समस्या नहीं होती, क्योंकि यह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होता है और दर्शक इसे कभी भी और कहीं भी देख सकते हैं।”

“मैंने फिल्मों से शुरुआत की, उसकी खुशी ही कुछ अलग है। यह उस मायने में बेहतर है। वहीं वेब शो कम चुनौतीपूर्ण है, लेकिन जहां तक ​​अच्छी रिलीज का सवाल है, आपको उसका फल मिलता है। इसलिए, यह भी एक अलग ही खुशी देता है।”

‘दस जून की रात’ जियो सिनेमा पर स्ट्रीम हो रही है।

Exit mobile version