लॉडरहिल (यूएसए), कप्तान हार्दिक पंड्या ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 सीरीज के निर्णायक मैच में भारत की हार के बाद अपनी गलती स्वीकार कर ली है और कहा है कि जब वह बल्लेबाजी करने आए तो मौके का फायदा नहीं उठा पाए।
वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम इंडिया को पांच मैचों की टी20 सीरीज में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा है। इस हार के बाद टीम पर कई सवाल उठ रहे हैं। इस बीच कप्तान हार्दिक पांड्या ने खुद पर हार की जिम्मेदारी ली है। हार्दिक पहली पारी के 11वें ओवर में क्रीज पर आए और 18 गेंदों पर सिर्फ 14 रन बना पाए। उन्होंने अपनी पारी की 16वीं गेंद पर अपना पहला और एकमात्र छक्का लगाया।
टीम इंडिया ने 20 ओवर में 9 विकेट पर 165 रन बनाए। जवाब में वेस्टइंडीज ने आठ विकेट और दो ओवर शेष रहते इसे हासिल कर लिया।
हार्दिक पांड्या ने कहा, “अगर आप देखें, तो जब मैं बल्लेबाजी करने आया, तब तक हम मोमेंटम खो चुके थे। मुझे लगता है कि मैं स्थिति का फायदा नहीं उठा सका और अपना समय लिया लेकिन मैं फिनिश नहीं कर पाया। मुझे लगता है कि लड़कों ने अच्छा खेला लेकिन मैं उस समय उसके अनुसार खेलने में असफल रहा।”
कप्तान के तौर पर भी हार्दिक ने कुछ ऐसे कॉल लिए जिससे बहस छिड़ गई है। उन्होंने खेल की शुरुआत में ही अपने तेज गेंदबाजों से ज्यादा ओवर डलवाए, ये एक ऐसा कदम था जिससे टीम को बिल्कुल भी फायदा नहीं मिला।
जब हार्दिक से लॉडरहिल में गेंदबाजी में बदलाव का निर्णय लेते समय उनकी विचार प्रक्रिया के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “उस पल मैं ऐसा महसूस करता हूं। मैं इसके बारे में ज्यादा योजना नहीं बनाता। अगर मैं स्थिति को देखता हूं और अगर मुझे विश्वास है कि कौन सा बेहतर विकल्प है। यह कोई रॉकेट साइंस नहीं है, यह तो बस वही है जो उस समय मेरा मन कहता है।”
हालांकि इन सब के बीच हार्दिक पांड्या ने एक चौंकाने वाला बयान दिया जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है। कप्तान के मुताबिक मैच में हारना भी जरूरी होता है और इससे बहुत कुछ सीखने को मिलता है।