मेरठ, 9 मई । भारत और पाकिस्तान में तनाव के बीच ज्योतिष पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने देशवासियों से एकजुट होने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर वह देश की सेना की मदद करने और दुश्मन से लड़ने को तैयार हैं।
उन्होंने शुक्रवार को अपने एक बयान में कहा कि हम हमारे देश के पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और तीनों सेनाओं के अध्यक्ष उनके अंतर्गत आने वाली तीनों सेनाओं के साथ एकजुट होकर खड़े हैं। वैसे तो हम धर्माचार्य हैं, लेकिन आवश्यकता पड़ने पर देश की सेना के साथ लड़ने को तैयार हैं। किसी शिविर में जाकर पीड़ितों की सेवा करने के लिए तैयार हैं। मुझे सैन्य गतिविधियों का अनुमान है क्योंकि अध्ययन के दौरान हमने एनसीसी का प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
उन्होंने कहा कि हम चाहेंगे कि पूरा देश एकजुट होकर सरकार और सेना का मनोबल बढ़ाए। सरकार और सेना को जहां जरूरत होगी, भारत के नागरिक होने के नाते हम साथ खड़े हैं। भारत की विजय हो, शत्रु परास्त हो। इसके लिए हमारे यहां जो धार्मिक अनुष्ठान होते हैं, उसे इस अंतराल में संपन्न कराएंगे। सुनिश्चित करेंगे कि भारत सदा से अपराजेय रहा है, वैसे ही रहे। जो भूल और भ्रम के कारण भारत के विरुद्ध खड़े होने की गलती करते हैं, उन्हें यह बात लंबे समय तक के लिए समझ में आ जाए कि जो भारत का पराक्रम है, वह आपकी भूल का अनुभव कराने में समर्थ है।
उन्होंने कहा कि देश की जो परिस्थितियां हैं, उसके बारे में अवगत कराया गया है। पड़ोसी देश पाकिस्तान ने आतंकी भेजकर हमारे देश के निर्दोष नागरिकों को मारा। जब हमने उन आतंकियों के ठिकाने पर कार्रवाई की, तो उन्होंने हमारे देश पर आक्रमण किया। उन्होंने ड्रोन और मिसाइलों का प्रयोग किया है। पाकिस्तान सीमा पर गोलीबारी तो करता रहता है, लेकिन अब उसने हमारे रिहायशी इलाकों में लोगों को निशाना बनाने का प्रयास किया। भारत की रक्षा व्यवस्था इतनी सटीक है कि उसने पाकिस्तान के हर आक्रमण का करारा जवाब दिया है। भारत ने अब पाकिस्तान के ऊपर जवाबी कार्रवाई की। ऐसा लगता है कि यह वातावरण कुछ लंबे समय तक चल सकता है। इस समय सभी कार्यों को रोककर देश के साथ खड़े होने की आवश्यकता है। इस कारण हमने दो माह के कार्यक्रम को निरस्त कर दिया है।
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