कैंटीन कर्मचारी से बदसलूकी करने वाले शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ के तेवर नहीं बदले हैं। मामले पर राजनीतिक हंगामे के बाद भी संजय गायकवाड़ बुधवार को अपनी गलती मानने को तैयार नहीं हुए। शिवसेना विधायक ने दो टूक शब्दों में कहा कि उनका जो रिएक्शन था, वो बिल्कुल सही था।
संजय गायकवाड़ ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “जब कोई मुझे जहर खिलाएगा तो क्या मैं उसकी पूजा करूंगा। बाला साहेब ठाकरे ने मुझे यह नहीं सिखाया है। बाला साहेब ठाकरे ने हमें सिखाया है कि अगर आप पर कोई हावी होना चाहता है तो उसे मत छोड़ो। इसलिए मेरा जो रिएक्शन था वो सही था।”
शिवसेना नेता ने इस मुद्दे पर संजय राउत की टिप्पणी का भी जवाब दिया। उन्होंने संजय राउत को 10 साल पुराना राजन विचारे का मामला याद दिलाया।
संजय गायकवाड़ ने कहा, “10 साल पहले दिल्ली में एक वेटर ने राजन विचारे को खाना परोसा था। वो खाना ठीक नहीं था, तो उन्होंने उस वेटर के मुंह में रोटी ठूंस दी और उसे मारा था। उस समय संजय राउत कहां गए थे?”
फिलहाल संजय गायकवाड़ के इस पिटाई कांड पर महाराष्ट्र की राजनीति गरमाई हुई है। बुधवार को महाराष्ट्र विधानसभा में भी यह मुद्दा उठा और विपक्ष के नेताओं ने सरकार पर सवाल उठाए। मुंबई के आकाशवाणी विधायक गेस्ट हाउस में कैंटीन कर्मचारी को पीटा गया था। संजय गायकवाड़ ने कर्मचारी को थप्पड़ और घूंसे मारे थे, जिसका वीडियो वायरल हुआ है।
विधायक ने कहा कि कैंटीन कर्मचारी ने कथित तौर पर उन्हें बासी खाना परोसा था। इसी बात को लेकर संजय गायकवाड़ भड़क गए थे और कर्मचारी को पीट दिया था।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संजय गायकवाड़ के व्यवहार को अनुचित बताया है। विधानसभा में जवाब देते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “विधायक संजय गायकवाड़ का व्यवहार अनुचित है और इससे जनता के बीच सभी विधायकों के बारे में नकारात्मक धारणा बनती है।”
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