N1Live National अगर छात्रावास की स्थिति में नहीं किया सुधार तो छात्रों के स्कूल छोड़ने की बढ़ती रहेगी दर : विक्रांत भूरिया
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अगर छात्रावास की स्थिति में नहीं किया सुधार तो छात्रों के स्कूल छोड़ने की बढ़ती रहेगी दर : विक्रांत भूरिया

If the hostel conditions are not improved, the dropout rate will keep increasing: Vikrant Bhuria

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर वंचित वर्ग के छात्रों की समस्याओं के समाधान की मांग की है। राहुल गांधी की ओर से लिखे गए पत्र पर आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और विधायक विक्रांत भूरिया की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि अगर छात्रावास की स्थिति में सुधार नहीं किया गया, तो छात्रों के स्कूल छोड़ने की दर बढ़ती रहेगी।

कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “जब राहुल गांधी दरभंगा गए थे, तो उन्होंने देखा कि छात्रों को सबसे बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल रही हैं। मैंने खुद एक छात्रावास में पढ़ाई की है और जब तक छात्रों को पुस्तकालय, इंटरनेट, स्वच्छ पेयजल और उचित शौचालय जैसी आवश्यक सुविधाएं नहीं मिलेंगी, वे ऐसी परिस्थितियों में कैसे पढ़ या रह सकते हैं?”

उन्होंने आगे कहा, “राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को लिखे गए पत्र में यही चिंताएं जताई गई हैं। अगर छात्रावास की स्थिति में सुधार नहीं किया गया, तो छात्रों के स्कूल छोड़ने की दर बढ़ती रहेगी। यही हॉस्टल हमारी पीढ़ी को आगे बढ़ाने में अहम योगदान देते हैं, क्योंकि समान शिक्षा और गुणवत्ता अगर सबको नहीं मिलेगी तो इसका मतलब साफ है कि आप उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं। इतना ही नहीं, बच्चों को स्कॉलरशिप भी नहीं मिल रही है, जिस वजह से वे मानसिक रूप से प्रताड़ित हो जाते हैं और यह उनके स्कूल छोड़ने का कारण बनता है। यही वजह है कि बच्चे अब प्राइवेट स्कूल और हॉस्टल में जा रहे हैं।”

विक्रांत भूरिया ने कहा, “राहुल गांधी ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया है कि हमें छात्रावासों का दौरा करना चाहिए। 100-दिवसीय पहल ‘संविधान नेतृत्व कार्यक्रम’ इसके लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। हम हर छात्रावास का दौरा करेंगे और यह जांचने के लिए जमीनी स्तर पर ऑडिट करेंगे कि क्या आवश्यक सुविधाएं और अग्नि तथा विद्युत सुरक्षा जैसे सुरक्षा मानदंड उपलब्ध हैं। हम वीडियो के माध्यम से सब कुछ रिकॉर्ड करेंगे और सरकार को तथ्यों के साथ एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपेंगे। यदि कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो हम एक बड़ा आंदोलन शुरू करने के लिए तैयार हैं।”

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