भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), सिरमौर, स्कूल नेतृत्व विकास कार्यक्रम के तहत 200 स्कूलों के प्रमुखों को प्रशिक्षित करेगा। इस संबंध में समग्र शिक्षा ने आईआईएम-सिरमौर के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
मास्टर ट्रेनर के रूप में स्कूल प्रमुख अन्य शिक्षकों को नेतृत्व विकास का प्रशिक्षण देंगे। समग्र शिक्षा के प्रवक्ता ने कहा, “राज्य के इतिहास में यह पहली बार है कि शिक्षकों को आईआईएम जैसे देश के शीर्ष संस्थान द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा।”
समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा ने बताया, “राज्य सरकार ने बजट में शिक्षकों को शीर्ष संस्थानों से प्रशिक्षण दिलाने की घोषणा की है। इसे लागू करने के लिए समग्र शिक्षा आईआईएम-सिरमौर के माध्यम से नेतृत्व विकास कार्यक्रम के तहत स्कूल प्रमुखों को प्रशिक्षित करने जा रही है।”
प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने भी इस आशय की घोषणाएं की हैं। उन्होंने कहा कि यह अंततः शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने में सहायक सिद्ध होगी।
इन घोषणाओं के अनुरूप ही समग्र शिक्षा ने स्कूल प्रमुखों को प्रशिक्षित करने के लिए आईआईएम-सिरमौर से संपर्क किया है। स्कूल नेतृत्व विकास कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित किए जाने वाले 200 शिक्षकों में 100 प्रिंसिपल, 50 हेडमास्टर और 50 सेंटर हेड टीचर हैं। प्रशिक्षण 7 अक्टूबर से शुरू होगा।
पहले चरण में पांच दिवसीय कार्यक्रम के दौरान 52 स्कूल प्रमुखों को प्रशिक्षित किया जाएगा। पहले बैच में किन्नौर और लाहौल-स्पीति के दूरदराज जिलों से आठ-आठ और चंबा जिले से 16 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में मंडी जिले के 20 शिक्षक भी शामिल होंगे। शिक्षकों का दूसरा बैच 11 से 15 नवंबर तक प्रशिक्षण के लिए जाएगा।
प्रवक्ता ने कहा कि स्कूल शिक्षकों को नेतृत्व, स्कूल की कार्यप्रणाली और वित्तीय प्रबंधन जैसे गुणों से लैस करने के लिए उनके प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रवक्ता ने कहा, “इस साल समग्र शिक्षा हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान में लगभग 1,000 स्कूल प्रमुखों को कार्यालय प्रक्रिया और वित्तीय प्रबंधन का प्रशिक्षण भी दे रही है। यह प्रशिक्षण कई बैचों में दिया जा रहा है।”
मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने इस पहल के लिए समग्र शिक्षा और स्कूल प्रमुखों को बधाई दी है।
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