संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) की यूथ चैंपियन अभिनेत्री संजना सांघी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया। अभिनेत्री का मानना है कि अशिक्षा ही हमारे देश में सबसे बड़ा सामाजिक मुद्दा है।
उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय काम के अनुभव पर भी बात की। संजना ने बताया कि उन्हें किस बात ने प्रेरित किया। सांघी ने कहा, “मुझे याद है कि मैंने एम्मा वाटसन को यूएन में बोलते हुए देखा था और मेरे पर वहीं से प्रभाव पड़ा। बच्चों को पढ़ाने से मुझे उनसे जुड़ाव का एहसास हुआ।
आखिरकार, मैंने वॉलंटियर्स को सलाह देना शुरू कर दिया और उस पहल को आगे बढ़ाया। मेरा सपना एक ऐसे संगठन के निर्माण करने का है, जहां हमारे देश में कोई भी अशिक्षित न हो, मुझे लगता है कि शिक्षा की कमी हमारे देश में सबसे बड़ा सामाजिक मुद्दा है।”सांघी का मानना है कि शिक्षा से जेंडर और वेतन असमानता तथा स्वास्थ्य जागरूकता की कमी जैसे कई मुद्दों का समाधान हो सकता है।संजना ने आगे कहा, “शिक्षा की कमी हमारे सामने आने वाले बड़े मुद्दों की जड़ है।
इसे हल करें और आप लिंग और वेतन असमानता, मासिक धर्म स्वास्थ्य जागरूकता, महिला अधिकार जैसे विषयों पर खुलकर बात कर सकेंगे। दुर्भाग्य से लॉकडाउन में अध्ययनों से पता चलता है कि 10 मिलियन लड़कियों को स्कूल छोड़ने और घर में रहने के लिए मजबूर किया गया। वहीं, लड़कों की संख्या एक मिलियन से कम थी।”
शुरुआती सफलता और चुनौतियों से निपटने के बारे में उन्होंने बताया, ” ओम का बॉक्स ऑफिस पर सकारात्मक प्रदर्शन न करने से मुझे एहसास हुआ कि ‘प्रक्रिया ही पुरस्कार है’।”
उन्होंने आगे बताया, ” मुझे याद है कि मैंने शुक्रवार को रिलीज के जश्न के लिए अपने सभी दोस्तों को बुलाया था, क्योंकि यह एक ऐसी यात्रा थी, जिसका मैंने बहुत आनंद लिया और यह मेरे लिए एक अनुभव के रूप में एक मजेदार यात्रा थी।
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