लाहौर, लाहौर कॉर्प्स कमांडर हाउस या जिन्ना हाउस पर 9 मई को हुए हमले की जांच कर रहे एक संयुक्त जांच दल (जेआईटी) ने मंगलवार को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान को तलब किया है। डॉन के मुताबिक खान को शाम चार बजे किला गुर्जर पुलिस मुख्यालय में जेआईटी के समक्ष पेश होने को कहा गया है। हमले के खिलाफ सरवर रोड थाने में दर्ज एक मामले में उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
डॉन की खबर के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री को जेल में रहने के दौरान जिन्ना हाउस में तोड़फोड़ और आग लगाने वाले हमलावरों को उकसाने के मामले में नामित किया गया है।
जेआईटी का नेतृत्व कर रहे लाहौर के डीआईजी (जांच) कामरान आदिल द्वारा जारी समन नोटिस में कहा गया है, इमरान खान को पंजाब सरकार द्वारा गठित जेटीआई को सौंपी गई जांच की कार्यवाही में शामिल होने के लिए डीआईजी जांच के कार्यालय में उपस्थित होना आवश्यक है।
लाहौर के पुलिस प्रमुख बिलाल सिद्दीकी काम्याना ने पुष्टि की कि पीटीआई प्रमुख को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, एक आधिकारिक सूत्र ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री से हमले में उनकी संलिप्तता के पैमाने का पता लगाने के लिए पूछताछ की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कई अन्य वरिष्ठ पीटीआई नेताओं और कार्यकर्ताओं को प्राथमिकी में नामित किया गया है।
खान को लाहौर एसएसपी (जांच) अनूश मसूद द्वारा सोमवार को कोट लखपत जेल का दौरा करने के बाद बुलाया गया था, जहां पीटीआई नेता यास्मीन राशिद और फैशन डिजाइनर खदीजा शाह को रखा गया है।
उन्हें हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।
एसएसपी का दौरा खान के कार्यवाहक पंजाब सरकार पर जेल में बंद पीटीआई की महिला समर्थकों के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाने के बाद आया है।
उन्होंने बिना कोई सबूत दिए रविवार को कहा, मैंने पीटीआई की महिला राजनीतिक कैदियों से रेप के बारे में सुना है।