इस्लामाबाद, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कुछ दिनों में अपनी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी छोड़ने वाले सभी नेताओं और पदाधिकारियों की बुनियादी सदस्यता रद्द कर दी है। 9 मई को खान की गिरफ्तारी के बाद, पीटीआई कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने हिंसक प्रदर्शन, लूटपाट और बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की थी। इसके बाद पार्टी के महासचिव असद उमर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष फवाद चौधरी, पूर्व संघीय मंत्री शिरीन मजारी, आमेर महमूद कियानी सहित पीटीआई के कुछ शीर्ष सदस्यों ने पार्टी से नाता तोड़ लिया है।
डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक खान ने उन दलबदलुओं को हटाने का भी आदेश दिया है, जो पार्टी की कोर कमेटी का हिस्सा थे।
वे अब पीटीआई के व्हाट्सएप समूहों का हिस्सा नहीं रहेंगे।
इस्लामाबाद की ओर लंबे मार्च के दौरान पुलिस के साथ पीटीआई कार्यकर्ताओं की झड़प के एक साल पूरे होने पर एक अलग बयान में खान ने गुरुवार को कहा कि पीटीआई नेता और कार्यकर्ता वर्तमान में राजकीय आतंक का सामना कर रहे हैं।
उन्होंने कहा,आधी रात में घरों को तोड़ दिया गया और पीटीआई के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का अपहरण कर लिया गया, और जो भी इस्लामाबाद गया उसे आंसू गैस, रबर की गोलियों और पुलिस की बर्बरता का सामना करना पड़ा।
हम में से कुछ ने सोचा कि यह एक बार हुआ है, लेकिन यह सिर्फ शुरुआत थी। आज सबसे बड़ी और एकमात्र संघीय पार्टी बिना किसी जवाबदेही के राज्य सत्ता के पूर्ण रोष का सामना कर रही है।
पीटीआई अध्यक्ष ने कहा, वरिष्ठ नेतृत्व सहित 10,000 से अधिक पीटीआई कार्यकर्ता और समर्थक जेल में हैं और कुछ हिरासत में प्रताड़ना का सामना कर रहे हैं।