फतेहाबाद जिले में एक चौंकाने वाली घटना में, एक व्यक्ति ने कथित तौर पर अपनी मानसिक और शारीरिक रूप से विकलांग बेटी का गला घोंट दिया और उसके शव को अपने घर के फर्श के नीचे दफना दिया। संदिग्ध रिश्तेदार द्वारा अपराध का पता लगाने से पहले शव 14 दिनों तक छिपा रहा।
मृतका चन्नो देवी (26) की शादी पहले रतिया के मढ़ गांव में हुई थी, लेकिन बीमारी के कारण शादी टूट जाने के बाद वह अपने मायके कट खेड़ी गांव लौट आई थी। मां की मौत के बाद उसकी देखभाल उसकी छोटी बहन ने की, जब तक कि 2 जून को उसकी शादी नहीं हो गई।
घर में सिर्फ़ चन्नो और उसके पिता जीत सिंह ही बचे थे, इसलिए देखभाल का सारा भार जीत सिंह पर ही था। पुलिस ने बताया कि जीत सिंह मानसिक रूप से परेशान और निराश हो गया था, आखिरकार उसने 13 जून को अपनी बेटी की हत्या कर दी और उसे घर के अंदर छप्पर के नीचे दफना दिया।
यह अपराध 27 जून को प्रकाश में आया, जब चन्नो के चचेरे भाई मनजीत सिंह ने उनसे मिलने का प्रयास किया और उसके बारे में गोलमोल जवाब मिलने पर उन्हें संदेह हुआ। मिट्टी में गड़बड़ी देखकर उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
सदर पुलिस स्टेशन से एक टीम मौके पर पहुंची और खुदाई की, जिसमें चन्नो का क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ। पूछताछ के दौरान जीत सिंह ने हत्या की बात कबूल कर ली, और हत्या का कारण उसकी देखभाल न कर पाना बताया।
सदर पुलिस स्टेशन के एसएचओ कुलदीप सिंह ने घटना की पुष्टि की। “आरोपी अपनी बेटी की हालत के कारण मानसिक रूप से तनाव में था। हमारी शुरुआती जांच से पुष्टि होती है कि यह पूर्व नियोजित हत्या का मामला है। फोरेंसिक टीमें साक्ष्य एकत्र कर रही हैं। पोस्टमार्टम से मौत का सही कारण पता लगाने में मदद मिलेगी।”
जीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है और शनिवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 103(1) और 238(ए) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए अग्रोहा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है।
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