झारखंड के रामगढ़ शहर में हरिओम टावर नामक निर्माणाधीन मार्केट कॉम्प्लेक्स में काम करने वाले सिक्योरिटी गार्ड ने वेतन विवाद को लेकर अपने सुपरवाइजर की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी।
इसके बाद आरोपी ने शुक्रवार को थाने में पुलिस अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। मृतक की पहचान सुनील सिंह के रूप में हुई है, जो निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स की साइट पर सुपरवाइजर के तौर पर काम करता था।
पुलिस के अनुसार, आरोपी सिक्योरिटी गार्ड शंकर महतो कम वेतन मिलने से नाराज था। इसी बात पर विवाद बढ़ने के बाद उसने गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात कुल्हाड़ी से हमला कर सुनील सिंह की हत्या कर दी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
हत्या में इस्तेमाल की गई कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली गई है। घटना की सूचना मिलते ही मृतक के परिजन मौके पर पहुंचे। सुनील सिंह की पत्नी और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक के भाई रामवृक्ष सिंह ने आरोप लगाया कि सुनील सिंह की उस दिन ड्यूटी नहीं थी, फिर भी सिक्योरिटी एजेंसी मालिक ने जबरन बुलाया। रात में आरोपी शंकर महतो ने उनके भाई की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी।
स्थानीय ग्रामीणों में घटना को लेकर आक्रोश है। जानकारी के अनुसार, गुरुवार दोपहर सुनील सिंह और शंकर महतो के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था, जो हाथापाई तक पहुंच गया था। रात में गुस्से में आकर शंकर महतो ने वारदात को अंजाम दिया।
रामगढ़ के एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद ने बताया कि प्रारंभिक जांच में हत्या का कारण वेतन विवाद सामने आया है। आरोपी ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया है कि उसे नौ हजार रुपए की जगह केवल छह हजार रुपए वेतन दिया जा रहा था और विरोध करने पर नौकरी छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा था। घटना की विस्तृत जांच जारी है।