अयोध्या, 21 फरवरी । अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए आयोजित समिति की बैठक का आज दूसरा दिन था। बैठक के बाद राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बयान दिया और बताया कि श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए कुछ व्यवस्थाओं में सुधार की आवश्यकता है।
नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि श्रद्धालुओं की अप्रत्याशित भीड़ के कारण सुरक्षा व्यवस्था, स्कैनिंग, जांच और निकासी की प्रक्रिया की समीक्षा की जा रही है। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में सुविधाएं बेहतर बनाने के लिए कई बदलावों पर चर्चा हुई। विशेष रूप से दक्षिणी मार्ग से निकासी की व्यवस्था को सुधारने और अन्य सुविधाओं को बढ़ाने के बारे में निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर के निर्माण में थोड़ी देरी हुई है। 25 दिनों तक काम रुकने के कारण, पहले निर्धारित समय, मार्च में मंदिर का पूर्ण निर्माण और जून तक परकोटे का काम पूरा करने का लक्ष्य अब संशोधित किया गया है। अब मंदिर का निर्माण जून तक पूरा करने का लक्ष्य है और परकोटे का निर्माण सितंबर तक पूरा किया जाएगा।
नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि राम जन्मभूमि परिसर में चार प्रमुख द्वारों का निर्माण किया जाएगा। 11 नंबर गेट का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है, जबकि 3 नंबर गेट का काम श्रद्धालुओं की आवाजाही के कारण रुक गया है। 11 नंबर गेट के पूरा होने के बाद, 3 नंबर गेट का निर्माण शुरू होगा।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि तुलसीदास जी की मूर्ति का निर्माण जयपुर में पूरा हो चुका है और वह मार्च तक मंदिर में स्थापित हो जाएगी। इसके साथ ही सप्त मंदिरों की मूर्तियां भी मार्च तक पूरी हो जाएंगी।
इन सभी बदलावों के साथ, समिति श्रद्धालुओं के लिए और अधिक सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है, ताकि आगामी राम नवमी जैसे प्रमुख त्योहारों पर श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।