इस वर्ष जिले में होने वाली घातक मौतों में 20 प्रतिशत कमी लाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उपायुक्त (डीसी) मनोज कुमार ने आज भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन दिनों घने कोहरे के कारण एनएच-44 पर रिस्पांस टीमों और एंबुलेंस की संख्या बढ़ाई जाए ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में लोगों को बचाया जा सके।
जिला प्रशासन ने 2025 तक सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में 20 फीसदी कमी लाने का लक्ष्य तय किया है। पिछले साल दिसंबर में ही जिले में दुर्घटनाओं के कारण 25 मौतें हुई थीं।
मनोज कुमार ने लघु सचिवालय में सड़क सुरक्षा एवं सुरक्षित स्कूल वाहन नीति समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जिला में कई सड़कों पर घास-फूस व पेड़ों की टहनियां फैली होने के कारण लोगों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने एनएचएआई अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई प्रतिक्रिया टीमों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया, जिसमें गश्ती क्षेत्र 10 किलोमीटर से अधिक नहीं होना चाहिए। उन्होंने एनएच-334बी पर सभी अवैध कटों को ठीक करने, अवैध कटों को बंद करने के लिए रेलिंग लगाने और एनएच-334बी पर रोहट गांव से झरोठी टोल की ओर गलत दिशा में यातायात को ठीक करने तथा जल्द से जल्द अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
डीसी ने हरियाणा राज्य सड़क विकास निगम (एचएसआरडीसी) के अधिकारियों को धुंध के मौसम में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बवाना-पानीपत रोड पर ककरोई क्रॉसिंग पर कैट्स आई लगाने, स्पीड ब्रेकरों की मरम्मत करने तथा रिफ्लेक्टिव बोर्ड/टेप और रेट्रो-रिफ्लेक्टिव पेंट लगाने के निर्देश दिए।
उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को तत्काल अपनी सड़कों की जांच करने तथा सड़कों पर फैली पेड़ों की टहनियों को काटने या छांटने के निर्देश दिए, साथ ही संबंधित एसडीओ और जेई को कार्रवाई की चेतावनी भी दी।
उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के मामले में किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि यह मामला मानव जीवन से जुड़ा हुआ है तथा सभी विभागों को बेहतर समन्वय के साथ कार्य करना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे लोगों को यातायात नियमों के बारे में जागरूक करें।
उन्होंने कहा, “जिले में जहां भी सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, सभी सड़क एजेंसियों को उनके पीछे के कारणों का पता लगाना चाहिए और ठोस व्यवस्था करनी चाहिए ताकि उस स्थान पर फिर से कोई दुर्घटना न हो।” और अगर भविष्य में वहां कोई दुर्घटना होती है, तो संबंधित एजेंसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए, डीसी ने चेतावनी दी।
उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सड़क खोदने से पहले सड़क सुरक्षा समिति से अनुमति अवश्य लें। यदि कोई विभाग बिना अनुमति के सड़क खोदता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
मनोज कुमार ने सभी एसडीएम को बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्कूल वाहनों का निरीक्षण करने तथा बिना परमिट चलने वाली सभी बसों को जब्त करने के निर्देश भी दिए।