संयुक्त राष्ट्र, रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए आह्वान करने वाले एक प्रस्ताव पर भारत फिर से अनुपस्थित रहा। संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रस्ताव दो-तिहाई से अधिक मतों से पास हो गया। यूक्रेन द्वारा प्रायोजित प्रस्ताव पर गुरुवार को मतदान हुआ। इसके पक्ष में 141 और विपक्ष में 7 वोट पड़े। 32 देशों ने प्रस्ताव पर वोट नहीं किया जिसमें भारत भी शामिल है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने भारत की अनुपस्थिति के बारे में बताते हुए कहा कि हम हमेशा बातचीत और कूटनीति से मसले को हल करने के पक्ष में हैं।
प्रस्ताव में संघर्ष को समाप्त करने के लिए वार्ता का उल्लेख नहीं किया गया था, लेकिन यूक्रेन में जल्द से जल्द व्यापक, न्यायपूर्ण और स्थायी शांति हासिल करने के लिए राजनीति प्रयासों का आह्वान किया गया।
कम्बोज ने पूछा, कोई ऐसी प्रक्रिया जिसमें दोनों पक्षों में से कोई भी शामिल नहीं है, एक विश्वसनीय और सार्थक समाधान की ओर ले जा सकती है।
उन्होंने कहा, हम आज के संकल्प के उद्देश्यों पर ध्यान दे रहे हैं, स्थायी शांति हासिल करने के अपने वांछित लक्ष्य तक पहुंचने में इसकी अंतर्निहित सीमाओं को देखते हुए हम इससे दूर रहने के लिए विवश हैं।