N1Live World भारत-कनाडा के संबंध में हो रहा सुधार, एस जयशंकर ने कनाडाई विदेश मंत्री अनीता आनंद से की मुलाकात
World

भारत-कनाडा के संबंध में हो रहा सुधार, एस जयशंकर ने कनाडाई विदेश मंत्री अनीता आनंद से की मुलाकात

India-Canada relations are improving, S Jaishankar met Canadian Foreign Minister Anita Anand

 

नई दिल्ली, कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद विदेश दौरे पर भारत पहुंची हैं। भारत में कनाडाई विदेश मंत्री ने एस जयशंकर के साथ बैठक की। बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि भारत और कनाडा के बीच संबंध पिछले कुछ महीनों में लगातार आगे बढ़ रहे हैं और दोनों देश साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक तंत्र को बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं।

कनाडा की पूर्व ट्रूडो सरकार के कार्यकाल में भारत के साथ तनाव बढ़ गए थे। हालांकि, मार्क कार्नी के शासन में दोनों देशों के बीच संबंध में सुधार देखने को मिल रहा है।

कनाडा की विदेश मंत्री के रूप में अनीता आनंद का ये पहला भारत दौरा है। इस मौके पर उनका स्वागत करते हुए, भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, “पिछले कुछ महीनों में भारत-कनाडा द्विपक्षीय संबंधों में लगातार प्रगति हुई है। हम अपनी साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक तंत्रों को पुनर्स्थापित और पुनर्जीवित करने के लिए काम कर रहे हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कनानसकीस में प्रधानमंत्री कार्नी के साथ अपनी बैठक के दौरान कहा था, भारत का दृष्टिकोण सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना है। आज सुबह, आपने प्रधानमंत्री से मुलाकात की। आपने उनसे व्यक्तिगत रूप से सहयोग के हमारे दृष्टिकोण और इसे सर्वोत्तम तरीके से साकार करने के बारे में सुना है।”

इससे पहले भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने कनाडा की एनएसए नथाली से मुलाकात की थी। भारत के विदेश मंत्री ने कनाडा की विदेश मंत्री के साथ बैठक के दौरान उसका भी जिक्र किया।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, “उप-मंत्री के सचिव स्तर के हमारे विदेश मंत्रालयों ने भी 19 सितंबर को समग्र संबंधों की समीक्षा के लिए बैठक की। हमारे व्यापार मंत्रियों ने हाल ही में 11 अक्टूबर को बातचीत की। इसलिए, जब हम कनाडा को देखते हैं, तो हम एक पूरक अर्थव्यवस्था, एक खुला समाज, और विविधता देखते हैं, और हमारा मानना ​​है कि यही एक घनिष्ठ, टिकाऊ और दीर्घकालिक सहयोगात्मक ढांचे का आधार है।”

उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रियों के रूप में हमारी जिम्मेदारी हमारे सहयोग के पुनर्निर्माण की प्रक्रिया का नेतृत्व करना और यह सुनिश्चित करना है कि यह हमारे प्रधानमंत्रियों की अपेक्षाओं और हमारे लोगों के हितों पर खड़ा उतरे। मैं आपके साथ मिलकर काम करते हुए ऐसा करने के लिए उत्सुक हूं।”

 

Exit mobile version