नई दिल्ली, 17 जनवरी
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि भारत इस साल दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में चीन से आगे निकलने की उम्मीद है, भले ही इसकी जनसंख्या वृद्धि धीमी हो रही है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत की जनसांख्यिकी के बारे में कुछ प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं:
- चीन की 1.4 बिलियन की तुलना में भारत की जनसंख्या 1.38 बिलियन होने का अनुमान है।
- 230 मिलियन लोगों की अनुमानित आबादी वाला उत्तर प्रदेश देश का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है, जबकि केवल 68,000 लोगों के साथ लक्षद्वीप सबसे कम आबादी वाला राज्य है।
- 15 से 29 वर्ष की आयु की 27.3% आबादी के साथ, भारत दुनिया के सबसे युवा देशों में से एक है।
- भारत उन आठ देशों में शामिल है, जिनके 2050 तक वैश्विक जनसंख्या में अनुमानित आधे से अधिक वृद्धि के लिए जिम्मेदार होने की उम्मीद है।
- दक्षिण एशियाई राष्ट्र की वार्षिक जनसंख्या वृद्धि 2011 के बाद से औसतन 1.2% रही है, जो पिछले 10 वर्षों में 1.7% थी।
- भारत में परिवार नियोजन विधियों का उपयोग 2019-21 में बढ़कर 66.67% हो गया, जो 2015-16 में 53.5% था।
- भारत की कुल प्रजनन दर – प्रति महिला बच्चों की संख्या – 2019-2021 में गिरकर 2 हो गई, जो 1992-93 में 3.4 थी।