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इंडियन एसोसिएशन ऑफ क्लिनिकल मेडिसिन के प्रमुख ने युवा डॉक्टरों को सशक्त बनाने का संकल्प लिया

Indian Association of Clinical Medicine chief vows to empower young doctors

पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय रोहतक (यूएचएसआर) के कुलपति डॉ. एचके अग्रवाल, जिन्हें हाल ही में इंडियन एसोसिएशन ऑफ क्लिनिकल मेडिसिन (आईएसीएम) का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है, ने अपनी नई भूमिका को देश में चिकित्सा शिक्षा के भविष्य को आकार देने में अधिकारियों की मदद करने का एक अवसर बताया है।

आईएसीएम के मिशन पर प्रकाश डालते हुए, डॉ. अग्रवाल ने कहा कि यह एसोसिएशन एक राष्ट्रव्यापी पेशेवर संस्था है जो चिकित्सा शिक्षा, नैदानिक अभ्यास और अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित है। भारत भर में 3,000 से ज़्यादा सदस्य डॉक्टरों के साथ, यह संगठन वैज्ञानिक, नैतिक और रोगी-केंद्रित दृष्टिकोण के माध्यम से भारतीय स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मज़बूत बनाने के लिए काम करता है।

डॉ. अग्रवाल ने शुक्रवार को पदभार ग्रहण करने के बाद कहा, “भविष्य के डॉक्टरों को न केवल सैद्धांतिक ज्ञान, बल्कि व्यावहारिक समझ, नैतिक मूल्यों, करुणा और तकनीकी दक्षता से भी तैयार करने की तत्काल आवश्यकता है। मेरी प्राथमिकता अधिकारियों को ऐसा माहौल बनाने में मदद करना होगा जहाँ डॉक्टरों को न केवल बीमारी, बल्कि उसके पीछे छिपी मानवीय पीड़ा को पहचानने और समर्पण व सहानुभूति के साथ उसका इलाज करने के लिए प्रशिक्षित किया जाए।”

उन्होंने आईएसीएम को युवा डॉक्टरों और शोधकर्ताओं के लिए एक ऐसे मंच में बदलने के अपने दृष्टिकोण को भी साझा किया जहाँ वे अपने विचारों और नवाचारों को देश और समाज के लिए सार्थक योगदान देने वाले तरीकों से साझा कर सकें। डॉ. अग्रवाल ने आगे कहा, “आईएसीएम आधुनिक तकनीक और नैतिक चिकित्सा पद्धति पर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रमों की वकालत करेगा। डॉक्टरों के बीच राष्ट्रव्यापी सहयोग को बढ़ावा देने और यह सुनिश्चित करने पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य नीति को आकार देने में चिकित्सा समुदाय की आवाज़ ज़्यादा मज़बूत हो।”

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