वॉशिंगटन, अमेरिका में बढ़ती बंदूक हिंसा के नवीनतम पीड़ितों में भारतीय इंजीनियर ऐश्वर्या थाटिकोंडा का नाम जुड़ गया है।
टेक्सास प्रांत के एलन में शनिवार को एक शॉपिंग मॉल में शूटिंग के एक अन्य पीड़ितों के साथ थाटिकोंडा की सोमवार को अधिकारियों द्वारा पहचान की गई। उनके अलावा इस घटना में छह और लोगों की मौत हो गई।
वह अपनी एक सहेली के साथ मॉल में थी।
भारत से मिली खबरों के अनुसार, उनकी पहचान तेलंगाना की थाटिकोंडा ऐश्वर्या रेड्डी के रूप में हुई है। वह एक जज की बेटी हैं।
रेड्डी की लिंक्डइन प्रोफाइल से पता चलता है कि उन्होंने भारत में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और ईस्टर्न मिशिगन यूनिवर्सिटी से निर्माण प्रबंधन में मास्टर डिग्री हासिल की।
शूटर की पहचान 33 वर्षीय मौरिसियो गार्सिया के रूप में हुई जिसे पुलिस ने मारा गिराया था। उसने अमेरिकी सेना में कुछ दिन सेवा की थी, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के कारण हटा दिया गया था।
अधिकारी गार्सिया के श्वेत श्रेष्ठतावादी समूहों से संभावित संबंधों की जांच कर रहे हैं। हमले के समय उसने एक पैच पहना हुआ था जिस पर लिखा था आरडब्ल्यूडीएस यानी दक्षिणपंथी मौत दस्ता।
रॉलिंग स्टोन ने एफबीआई के दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा, उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स की समीक्षा से पता चलता है कि यह नस्लीय या जातीय रूप से प्रेरित हिंसक चरमपंथी बयानबाजी, नव-नाजी कंटेंट और श्वेत जाति के वर्चस्व के कंटेंट सहित सैकड़ों पोस्टिंग और फोटे से भरे हैं।
बंदूक संबंधी कानून टेक्सास में सबसे कमजोर हैं। मई 2022 में एक प्राथमिक विद्यालय में नरसंहार में 19 छात्र और दो शिक्षक मारे गए थे।
गन वॉयलेंस आर्काइव के अनुसार, टेक्सास में मास शूटिंग की यह 199वीं घटना है। बंदूक हिंसा में 2023 में कुल मिलाकर 14,000 अमेरिकी मारे गए हैं।
अमेरिका में काम करने वाले और रहने वाले भारतीय नागरिक भी बंदूक हिंसा के अभिशाप से बचे नहीं हैं। आईटी इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला को 2017 में कंसास में एक व्यक्ति ने बुरी तरह से गोली मार दी थी, जिसने कहा था कि उसने उसे पश्चिम एशिया से समझ लिया था। अगले वर्ष, मिसौरी विश्वविद्यालय के छात्र शरथ कोप्पू को एक रेस्तरां में डकैती के प्रयास में मार दिया गया, जहां वह काम करता था।
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