N1Live World भारतीय मूल के शख्‍स को बनाया दो किशारों की मौत का आरोपी
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भारतीय मूल के शख्‍स को बनाया दो किशारों की मौत का आरोपी

Drunk Indian-origin driver kills 2 teenagers in US car crash.(PHOTO CREDIT: Nassau County Police Department)

न्यूयॉर्क, मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, एक भारतीय मूल के व्यक्ति पर कथित तौर पर 150 किमी प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से गलत दिशा में गाड़ी चलाने का आरोप लगाया गया है, जिसमें एक स्थानीय उपनगर में दो किशोरों की मौत हो गई थी।

सीबीएस न्यूयॉर्क टीवी के अनुसार, 34 वर्षीय अमनदीप सिंह को सोमवार को अदालत में पेश किया गया। उस पर  वाहन हत्या, घटनास्थल छोड़ने और नशे में गाड़ी चलाने सहित 15 आरोप लगाए गए।

मृृतकों में से एक 14 वर्ष से कम आयु वर्ग में राष्ट्रीय स्तर का टेनिस चैंपियन था।

न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, लोक अभियोजक ऐनी डोनली ने कहा, “दुर्घटना के चार घंटे बाद आरोपी के रक्त में अल्कोहल की मात्रा (बीएसी) कथित तौर पर 0.15 थी और कोकीन की मौजूदगी का भी पता चला।”

न्यूयॉर्क में, 0.05 से ऊपर बीएसी स्तर को चालक की लापरवाही  माना जाता है।

सीबीएस न्यूयॉर्क के अनुसार, डोनली ने कहा कि अमनदीप एक सुपरचार्ज्ड पिकअप ट्रक में गलत दिशा में जाकर “95 मील प्रति घंटा (152 किलोमीटर प्रति घंटा) की यात्रा कर रहा था, जबकि उस स्थान पर गति सीमा 40 मील प्रति घंटा (64 किलोमीटर प्रति घंटा) है। ” उनका वाहन एक अन्‍य वाहन अल्फ़ा रोमियो से टकरा गया जिसमें चार किशोर यात्रा कर रहे थे और उनमें से दो की मृत्यु हो गई।

यह हादसा न्यूयॉर्क शहर से करीब 50 किलोमीटर दूर जेरिको में हुआ।

सीबीएस न्यूयॉर्क के अनुसार, सिंह के वकील जेम्स कुसूरोस ने कहा: “मेरे मुवक्किल और उनके परिवार ने कुछ नहीं कहा है। वे चाहते हैं कि प्रभावित परिवारों को पता चले कि वे कितने दुखी हैं।” उधर, अमनदीप सिंह ने आरोपों से इनकार किया है।

डोनेली ने कहा कि हादसे के बाद अमनदीप मौके से भाग गया। वह पास के शॉपिंग सेंटर में एक बड़े कचरा कंटेनर के पीछे छिपा हुआ पकड़ा गया।

LongIsland.com लांगस्‍लैंड डॉटकाम के अनुसार मृतकों में से एक, ड्रू हसनबीन, 14 वर्ष और उससे कम आयु वर्ग में एक राष्ट्रीय टेनिस खिलाड़ी था और 12 वर्ष और उससे कम आयु वर्ग में अमेरिका में प्रथम स्थान पर था।

एक अन्‍य वेबसाइट के अनुसार, हसनबेन का परिवार “वंचित” बच्चों को टेनिस का प्रशिक्षण और छात्रवृत्ति प्रदान करने के लिए एक धर्मार्थ संगठन की स्थापना कर रहा है और उसने लगभग 325,000 डॉलर जुटाए हैं।

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