लंदन,भारतीय मूल के हाउस ऑफ लॉर्डस के एक सदस्य को महिला पत्रकार का उत्पीड़ने करने पर माफी मांगने को कहा गया है। जांच में पाया गया कि उन्होंने एक महिला पत्रकार के खिलाफ उत्पीड़न और डराने-धमकाने का अभियान चलाकर संसदीय आचार संहिता का उल्लंघन किया है। पत्रकार पूनम जोशी द्वारा दायर एक शिकायत के बाद कंजर्वेटिव रामी रेंजर, 76, को हाउस ऑफ लॉर्डस के मानक आयुक्त द्वारा जांच का सामना करना पड़ा।
जोशी ने अक्टूबर 2022 में हाउस ऑफ लॉर्डस में एक दिवाली कार्यक्रम के दौरान रेंजर पर चिल्लाने का आरोप लगाया। जोशी ने आरोप लगाया कि ट्विटर और व्हाट्सएप पर उसके खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया गया।
अपनी जोशी ने कहा कि अनैतिक व्यवहार से उसका पारिवारिक व पेशेवर जीवन प्रभावित हुआ।
रेंजर ने अपने व्यवहार पर खेद व्यक्त करते हुए कहा कि पत्रकार जोशी के उकसाने पर उन्होंने प्रतिक्रिया दी थी। सोशल मीडिया पर उन्हें और उनकी बेटी को बदनाम किया था।
हाउस ऑफ लॉर्डस के लिए मानक आयुक्त ने कहा, मामले की जांच के बाद मैंने निष्कर्ष निकाला कि लॉर्ड रेंजर का व्यवहार आचार संहिता का उल्लंघन करता है।
कमिश्नर ने कहा, निष्कर्षों के आलोक में, मैंने सिफारिश की कि लॉर्ड रेंजर अपने आचरण के लिए पूनम जोशी से माफी मांगें और पूर्वनिर्धारित प्रशिक्षण और व्यवहार परिवर्तन की कोचिंग लें। लॉर्ड रेंजर ने जोशी से लिखित रूप से माफी मांगी। जोशी ने भी माफी मांगने पर रेंजर का आभार जताया।
दिवाली कार्यक्रम के दौरान, जोशी ने विवादास्पद तांत्रिक नित्यानंद के प्रतिनिधियों की उपस्थिति के बारे में सवाल उठाया था, जो भारत में कई मामलों में आरोपी हैं।
रेंजर ने लिखा,हाउस ऑफ लॉर्डस के सदस्य के रूप में लोग मुझसे श्रेष्ठ आचरण की उम्मीद करते हैं। मैंने अपने व्यवहार के लिए पश्चाताप व्यक्त किया है और जोशी से माफी मांगता हूं।
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