लखनऊ, 10 अगस्त । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में खेलों पर बात की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय खिलाड़ी खेलों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का काम कर रहे हैं।
सीएम योगी ने कहा कि पांच सौ ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, एशियन और वर्ल्ड चैम्पियनशिप में मेडल जीते हैं। हमने उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस के अलावा विभिन्न विभागों में शासकीय नौकरी प्रदान की है। पिछले दो सालों में लगभग पांच सौ खिलाड़ियों को खेल विभाग में नौकरी दी गई है।
उन्होंने कहा कि इस समय पेरिस ओलंपिक चल रहा है। बुधवार को जैवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा ने रजत पदक जीता है। भारत की हॉकी टीम ने प्रदेश, देश और दुनिया के अंदर भारत का मान बढ़ाया है। हॉकी टीम ने लगातार दूसरे ओलंपिक में मेडल अपने नाम किया है।
सीएम योगी ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक में भारत के खिलाड़ियों ने मेडल जीता था, तब हमने हॉकी टीम के उन सभी खिलाड़ियों का लखनऊ में सम्मान किया था। उत्तर प्रदेश के एक हॉकी खिलाड़ी को हमने पुलिस विभाग में डिप्टी एसपी की नौकरी दी है। भारत को फाइनल में पहुंचाने के लिए उन्होंने शानदार गोल किए थे।
उन्होंने कहा कि पेरिस ओलंपिक में भी उत्तर प्रदेश के राजकुमार ने हॉकी में शानदार प्रदर्शन किया है। वो कानपुर के रहने वाले हैं और गाजीपुर से हॉकी का प्रशिक्षण लिया है। उन्होंने शानदार खेल दिखाते हुए स्पेन को हराने में मदद की है। ओलंपिक एकल गेम में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी को उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से 6 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है। रजत पदक पर चार करोड़ रुपए और कांस्य पदक पर 2 करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध कराई जाती है।
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि ओलंपिक में टीम गेम में स्वर्ण पदक जीतने पर 3 करोड़, रजत पदक पर 2 करोड़ और कांस्य पदक पर 1 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता राशि टीम को उपलब्ध कराते हैं। एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक पर 3 करोड़, रजत पदक पर डेढ़ करोड़ और कांस्य पदक पर 75 लाख रुपए की सहायता राशि उत्तर प्रदेश की ओर से टीम को उपलब्ध कराई जाती है।