भारत का कुल एयर पैसेंजर ट्रैफिक चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में सालाना आधार पर 2.6 प्रतिशत की तेजी के साथ बढ़ते हुए 202 मिलियन हो गया है। जो कि एक वर्ष पहले की अवधि में 197 मिलियन दर्ज किया गया था। यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।
केयरएज रेटिंग्स की रिपोर्ट बताती है कि भारत का डोमेस्टिक ट्रैफिक 1.6 प्रतिशत की तेजी से बढ़ा जबकि इंटरनेशनल ट्रैफिक 6.9 प्रतिशत की तेजी से बढ़ा। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में पैसेंजर ट्रैफिक अब चालू वित्त वर्ष में 430 मिलियन के आंकड़े तक पहुंचने का अनुमान है, जिसके लिए पहले 445 मिलियन पैसेंजर्स का अनुमान लगाया गया था।
रिपोर्ट बताती है कि मजबूत ऑपरेटिंग आय से 11 एयरपोर्ट के प्रॉफिट बिफोर इंटरेस्ट, लीज, डेप्रिसिएशन एंड टैक्सेशन (पीबीआईएलडीटी) में सालाना आधार पर 40 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि होने की उम्मीद है।
इस चालू वित्त वर्ष के लिए डोमेस्टिक ट्रैफिक 3.5 प्रतिशत से बढ़ने का अनुमान है। वहीं, इंटरनेशनल ट्रैफिक 8 प्रतिशत से बढ़ने का अनुमान है। यह वृद्धि वित्त वर्ष 26 के फेस्टिव सीजन, दो नए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण से सप्लाई बढ़ने और ट्रैफिक ग्रोथ के बढ़ने के साथ देखी जा रही है।
हालांकि, केयरएज रेटिंग्स के एसोसिएट डायरेक्टर पलक व्यास ने कहा, “चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में क्रॉस-बॉर्डर टेंशन, एयरक्राफ्ट की कम उपलब्धता और वाइड-बॉडी एयरक्राफ्ट के आने में देरी के चलते ग्रोथ में नीचे की ओर गिरावट देखी जा सकती है।”
उन्होंने आगे कहा कि मीडियम टर्म में पैसेंजर ट्रैफिक के 8-9 प्रतिशत के सीएजीआर से बढ़ने का अनुमान है, जिसके साथ एयरपोर्ट सेक्टर के लिए आउटलुक अनुकूल बना हुआ है। हालांकि, वाइड-बॉडी एयरक्राफ्ट की समय पर डिलीवरी पर इंटरनेशनल ग्रोथ को लेकर नजर बनी रहेगी।
इस आउटलुक को एयरपोर्ट और एयरलाइन कैपेसिटी में वृद्धि और मिडल क्लास पॉपुलेशन बढ़ने के कारण मजबूत एयर ट्रैवल डिमांड से सपोर्ट मिल रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एयरपोर्ट प्लेयर्स का फाइनेंशियल रिस्क प्रोफाइल के मजबूत बने रहने का अनुमान है। वहीं, 11 एसेस्ड एयरपोर्ट के रेवेन्यू में सालाना आधार पर 50 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है।

