भारत की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल इन-प्लांट रेलवे साइडिंग का उद्घाटन आज मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (एमएसआईएल) के मानेसर प्लांट में केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा किया गया।
गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के तहत विकसित यह मेगा सुविधा हरियाणा के औद्योगिक और लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह मारुति सुजुकी द्वारा गुजरात में इसी तरह की सुविधा के बाद दूसरा इन-प्लांट रेलवे टर्मिनल है, और सोनीपत से पलवल तक 126 किलोमीटर लंबे हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (एचओआरसी) का एक प्रमुख घटक है।
टर्मिनल को 4.5 लाख वाहनों की वार्षिक डिस्पैच क्षमता के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसका उद्देश्य मारुति के मानेसर और गुरुग्राम संयंत्रों में उत्पादित कारों को भारत भर के 17 हब और 380 शहरों तक पहुँचाना है। यह पिपावाव और मुंद्रा जैसे बंदरगाहों के लिए निर्यात के लिए एक लिंक के रूप में भी काम करेगा, जिससे हरियाणा सीधे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में एकीकृत हो जाएगा।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस सुविधा को “हरियाणा की विकास गाथा में एक स्वर्णिम अध्याय” बताते हुए इसकी सराहना की और कहा: “यह टर्मिनल न केवल भारत भर में वाहनों का परिवहन करेगा, बल्कि निर्यात को भी सक्षम करेगा, जिससे हरियाणा वैश्विक नेटवर्क के साथ जुड़े एक लॉजिस्टिक केंद्र के रूप में स्थापित होगा।”
एमएसआईएल के एमडी और सीईओ हिसाशी टेकाउची ने कहा कि नया टर्मिनल कंपनी के स्थिरता अभियान में एक बड़ी छलांग है: “हमें खुशी है कि मारुति सुजुकी की मानेसर सुविधा में आज भारत की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल इन-प्लांट रेलवे साइडिंग का उद्घाटन किया गया है। यह परियोजना 2070 तक भारत के नेट जीरो उत्सर्जन लक्ष्य के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। इससे 1.75 लाख टन CO2e उत्सर्जन से बचने और सालाना 60 मिलियन लीटर ईंधन बचाने में मदद मिलने की उम्मीद है। हमारा लक्ष्य वित्त वर्ष 2030-31 तक रेल द्वारा वाहन प्रेषण को 35% तक बढ़ाना है।”
इस परियोजना का क्रियान्वयन हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचओआरसीएल) द्वारा किया गया, जो हरियाणा रेल अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एचआरआईडीसी) – 55.4%, हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) – 19% और गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) – 5% का एक संयुक्त उद्यम है।
मारुति सुजुकी ने एचओआरसी में 325 करोड़ रुपये और इसके आंतरिक यार्ड के विकास के लिए अतिरिक्त 127 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिससे परियोजना में इसका कुल निवेश 452 करोड़ रुपये हो गया है।
सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय रेलवे में हुए व्यापक परिवर्तन पर प्रकाश डाला।
“2014 से पहले रेलवे का वार्षिक बजट लगभग 24,000-25,000 करोड़ रुपये था। आज यह 10 गुना बढ़कर 2.5 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जो बुनियादी ढांचे पर आधारित विकास पर सरकार के फोकस का प्रमाण है।”