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प्रधानमंत्री द्वारा पानीपत के रिसाइक्लिंग हब की सराहना से उद्योगपतियों में खुशी

Industrialists are happy with the appreciation of Panipat's recycling hub by the Prime Minister

विश्व स्तर पर ‘हैंडलूम सिटी’ के नाम से विख्यात पानीपत, तुर्की को पीछे छोड़ते हुए, कपड़ा रीसाइक्लिंग उद्योग का विश्व का सबसे बड़ा केंद्र बन गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 120वें एपिसोड में पानीपत के उद्योगों द्वारा रिसाइकिलिंग के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि पानीपत कपड़ा के रिसाइकिलिंग वैश्विक केंद्र के रूप में उभर रहा है। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा, “शहर ने अन्य शहरों के लिए भी एक मिसाल कायम की है।”

प्रधानमंत्री के भाषण से शहर के उद्योगपतियों, खासकर कताई मिल मालिकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। पानीपत में 150 से अधिक कताई मिलें बेकार कपड़ों को रिसाइकिल करके धागा बना रही हैं और इसे वैश्विक और घरेलू बाजारों में बेच रही हैं।

विभिन्न यूरोपीय देशों, अमेरिका, बांग्लादेश और कई अन्य देशों से कपास, ऊनी और होजरी सहित कपड़े रोजाना पानीपत पहुंचते हैं। आंकड़ों के अनुसार, पानीपत की कताई मिलों द्वारा प्रतिदिन लगभग 100 कंटेनर कपड़े का उपयोग किया जाता है।

व्यापारी सस्ते दामों पर चीथड़ों का आयात करते हैं और फिर उन्हें कताई मिलों को बेच देते हैं। रीसाइकिल करने के बाद, मिलें चीथड़ों को धागे में बदल देती हैं जिसका इस्तेमाल कंबल, शॉल, पर्दे, बाथ मैट, फ्लोर मैट, सोफा क्लॉथ, कुशन, कुशन कवर, बेडशीट, बेड कवर, कालीन और कई अन्य उत्पाद बनाने में किया जाता है।

पानीपत औद्योगिक संघ के अध्यक्ष और उत्तरी भारत रोलर स्पिनर्स संघ के सलाहकार प्रीतम सिंह सचदेवा ने कहा कि शहर दुनिया में नंबर एक रीसाइक्लिंग हब बन गया है। उन्होंने कहा, “पहले, तुर्की दुनिया का सबसे बड़ा रीसाइक्लिंग हब था, लेकिन अब पानीपत ने उसे पीछे छोड़ दिया है।”

उन्होंने बताया कि लगभग 150 कताई मिलों में प्रतिदिन लगभग 300 टन बेकार कपड़ों का पुनर्चक्रण किया जा रहा है। न केवल फेंके गए कपड़े बल्कि पानीपत के उद्योगों में तैयार उत्पादों से उत्पन्न कचरे को भी पुनः रिसाइकिल करके धागा तैयार किया जा रहा है।

उन्होंने कहा, “लगभग 50 प्रतिशत कपड़े वैश्विक बाजारों से आयात किए जाते हैं, लेकिन शेष घरेलू बाजारों से प्राप्त किए जाते हैं।” नॉर्दर्न इंडिया रॉटर स्पिनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा कि पानीपत एक वैश्विक रीसाइक्लिंग केंद्र के रूप में उभरा है।

उन्होंने बताया कि हाल ही में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी पानीपत का दौरा किया था और मिलों का दौरा किया था। गुप्ता ने कहा कि चूंकि पानीपत में बेकार कपड़ों से धागा बनाया जा रहा है, इसलिए सरकार को यहां के उद्योग को विशेष सुविधा देनी चाहिए।

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