पानीपत, 20 नवंबर । राजधानी दिल्ली के बाद अब हरियाणा में लोगों को प्रदूषण से समस्या होने लगी है। हरियाणा की हवा जहरीली हो गई है। हरियाणा के अधिकांश शहरों व जिलों में एक्यूआई 400 पार कर गया है।
वायु गुणवत्ता को देखते हुए पानीपत में ग्रैप-4 के तहत निर्देश लागू कर दिए गए हैं। प्रदूषण की रोकथाम के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। ग्रैप-4 के तहत जारी विभिन्न निर्देशों का सख्ती से पालन कराने के लिए उपायुक्त वीरेंद्र दहिया ने बुधवार को अधिकारियों के साथ बैठक की है। बैठक के बाद उन्होंने निर्देशों का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं।
ग्रैप-4 के तहत लागू हुए निर्देशों के अनुसार, सड़कों पर धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सड़कों पर स्वीपिंग मशीन चलाई जाएंगी। सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जाएगा। 500 वर्ग मीटर से कम क्षेत्र के निर्माण और विध्वंस स्थलों पर धूल नियंत्रण उपाय करने होंगे। इन जगहों पर ग्रैप-4 के नियमों का पालन कराने के लिए गठित की गई टीमें दौरा भी करेंगी।
उपायुक्त रविंदर दहिया ने बताया है कि वायु प्रदूषण बीते कुछ दिनों में काफी बढ़ गया है। हम वह सभी सावधानी बरत रहे हैं जिससे प्रदूषण को कम किया जा सके।
उन्होंने आगे कहा कि प्रदूषण के चलते ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर दी गई हैं। हम प्रदूषण पर लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। अगले सात दिनों तक 12वीं कक्षा तक के सभी बच्चों की कक्षाएं ऑनलाइन चलेंगी। आगे अगर प्रदूषण में सुधार होता है तो स्कूलों को फिर से धीरे-धीरे खोल दिया जाएगा। इसके अलावा सभी निजी इमारतों के निर्माण कार्य को बंद कर दिया गया है। केवल सरकारी भवन निर्माण के कार्य जारी रहेंगे।
उन्होंने बताया कि शिकायत केंद्र बना भी दिया गया है जहां प्रदूषण से संबंधित शिकायतों का निवारण जल्द से जल्द किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यकीनन एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ा है। एक्यूआई 400 के पार हो गया था। हालांकि, आज एक्यूआई कम है। बारिश होगी तो वायु गुणवत्ता में सुधार होगा। हमारे यहां पराली नहीं जलाई जा रही है।
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