नई दिल्ली, 5 मार्च । भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने डीएमके नेता द्वारा दिए गए विवादास्पद बयान के मामले में इंडी गठबंधन में शामिल राजनीतिक दलों पर बड़ा हमला बोलते हुए सवाल पूछा है कि क्या भारत की पहचान को बदनाम करना इंडी गठबंधन की फितरत बन गई है ?
उन्होंने पूछा कि क्या भारतीय आस्था, संस्कृति और संस्कार को सार्वजनिक रूप से अपमानित करना उनका राजनीतिक एजेंडा है ?
रविशंकर प्रसाद ने डीएमके नेता ए. राजा पर अपने भाषण में अपने आपको भगवान राम का शत्रु बताने और भारत माता की जय नहीं बोलने की बात कहने का आरोप लगाते हुए सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस से यह सवाल पूछा कि इन्हें बताना चाहिए कि क्या ये अपने सहयोगी डीएमके नेता ए. राजा के बयान से सहमत हैं ?
राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए प्रसाद ने आगे कहा कि राहुल गांधी उज्जैन जा रहे हैं, वहां महादेव की जय तो बोलेंगे ही तब वे इस तरह के बयान को कैसे स्वीकार करते हैं। उन्होंने अपना हमला जारी रखते हुए कहा कि कांग्रेस के लोग दिखावे के लिए मंदिर जाते हैं और भारतीय आस्था, संस्कारों और आस्थाओं का अपमान करते हैं।
उन्होंने कहा कि ये इंडी गठबंधन के लोग या तो भारत की आस्था, संस्कार, संस्कृति और सनातन के अपमान पर चुप रहते हैं, या मौन स्वीकृति देते हुए बोलने की हिम्मत नहीं कर पाते क्योंकि इन्हें सिर्फ चुनाव जीतना है।
उन्होंने पूछा कि क्या डीएमके नेता की इतनी हिम्मत है कि वह अन्य धर्मों के बारे में ऐसे बयान दे सकें। उन्होंने राहुल गांधी को नॉन सीरियस पॉलिटिशियन भी करार दे दिया।
उन्होंने लालू यादव द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परिवार के बारे में दिए गए बयान की भी कड़ी भर्त्सना करते हुए कहा कि लालू यादव को भी यह बताना चाहिए कि डीएमके नेता के भगवान राम को लेकर दिए गए बयान पर उनका क्या कहना है? तेजस्वी यादव अपने पिता लालू यादव के गर्वनेंस पर क्यों नहीं बोलते हैं ?
पश्चिम बंगाल को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की चिंता सही है, अगर बंगाल में स्वतंत्र चुनाव हुए तो आश्चर्यजनक नतीजे आएंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर सवाल उठाने वाले टीएमसी नेता के बयान को पिछड़ों का अपमान बताया।