किसानों ने सोमवार को फतेहाबाद के भट्टू कलां में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया और बीमा कंपनियों पर फसल नुकसान के उनके दावों पर अनुचित आपत्तियाँ लगाने का आरोप लगाया। अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले प्रदर्शनकारी तहसील कार्यालय के बाहर एकत्र हुए और बीमा कंपनियों तथा राज्य सरकार पर कथित तौर पर उनका समर्थन करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी की।
प्रदर्शन का नेतृत्व किसान नेता सुभाष चंद्र भादू ने किया और संचालन रोहताश डूडी ने किया। प्रदर्शन में जिला अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा भी शामिल हुए। प्रदर्शन के बाद, किसानों ने नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर बीमा कंपनियों द्वारा उठाई गई आपत्तियों को दूर करने, लंबित फसल बीमा दावों का भुगतान करने और जलभराव व भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हुई फसलों के लिए तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की।
शर्मा ने बताया कि इस साल ज़िले के कई गाँवों में भीषण जलभराव हुआ है, जिससे फ़सलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। 15-20 गाँवों के किसान साल-दर-साल फ़सल बर्बादी का सामना कर रहे हैं और अब भारी कर्ज़ में डूबे हुए हैं।
किसानों ने समितियों के माध्यम से रियायती दरों पर वास्तविक बीज और उर्वरक, किसानों और मजदूरों के लिए 2 लाख रुपये तक की ऋण माफी, वृद्धावस्था पेंशन को बढ़ाकर 10,000 रुपये प्रति माह करने, पराली प्रबंधन के लिए 5,000 रुपये प्रति एकड़ सहायता और भारतीय कपास निगम (सीसीआई) द्वारा तत्काल कपास की खरीद की भी मांग की।

