खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम ने आज कहा कि कुरुक्षेत्र की धरती धर्म और कर्म का संदेश देती है और युवा पीढ़ी को गीता के संदेश को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। वह कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतर-राज्यीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे।
युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का आयोजन हरियाणा के युवा सशक्तिकरण एवं उद्यमिता विभाग तथा कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के तत्वावधान में किया जा रहा है। कार्यक्रम के पहले दिन एक कार्निवल परेड का आयोजन किया गया जिसमें सभी 20 राज्यों और चार केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिभागियों ने अपने-अपने राज्यों की वेशभूषा में भाग लिया।
मंत्री ने कहा, “भगवान कृष्ण ने कुरुक्षेत्र में महाभारत युद्ध के दौरान दुनिया को कर्म के मार्ग पर चलने का उपदेश दिया था। गीता के उपदेश आज भी पूरे विश्व के लिए प्रासंगिक हैं। युवाओं को गीता के संदेश को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए और 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए।”
गौतम ने कहा कि विभिन्न राज्यों से आए 600 से अधिक प्रतिभागियों को कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर आने का स्वर्णिम अवसर प्राप्त हुआ है। इस पावन धरा पर आने वाले व्यक्ति को अद्भुत ऊर्जा और शक्ति प्राप्त होती है। इस ऊर्जा और शक्ति से युवा देश को तेजी से आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। ऐसे कार्यक्रम युवाओं को अन्य राज्यों की संस्कृति, कला, वेशभूषा और भाषा को जानने का स्वर्णिम अवसर प्रदान करते हैं।
खेल मंत्री ने कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (केडीबी), आईटीआई, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और अन्य विभागों द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
प्रमुख सचिव राजीव रंजन ने कहा कि युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम ने इन युवाओं को एक-दूसरे से मिलने, दूसरे राज्यों की सांस्कृतिक विरासत को देखने और जानने का अवसर प्रदान किया है। इस युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों से आए युवा अपने-अपने राज्यों के राजदूत बनकर यहां आए हैं।
हरियाणा कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के निदेशक कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन 25 जुलाई को होगा तथा इन युवाओं को कुरुक्षेत्र के तीर्थ एवं पर्यटन स्थलों का भ्रमण भी कराया जाएगा।
इस अवसर पर कुरुक्षेत्र की उपायुक्त नेहा सिंह, पुलिस अधीक्षक नितीश अग्रवाल, केयू के कुलपति सोम नाथ सचदेवा और कई भाजपा नेता उपस्थित थे।