नई दिल्ली, पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति बनी हुए है। इस बीच पूर्व निर्धारित बैठक में हिस्सा लेने ईरान के विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची नई दिल्ली पहुंच गए हैं। वो 20वीं भारत-ईरान संयुक्त आयोग बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे।
ईरान के विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची का भारत दौरा रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से है। दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय वार्ता ऐसे समय में हो रही है जब दोनों देश भारत-ईरान मैत्री संधि की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
विदेश मंत्रालय की ओर से ईरान के विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची का स्वागत किया गया। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए विभाग के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, भारत-ईरान संयुक्त आयोग की बैठक के लिए नई दिल्ली पहुंचने पर विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। भारत-ईरान मैत्री संधि की 75वीं वर्षगांठ पर यह द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा करने और उसे बढ़ाने का अवसर है।
विदेश मंत्रालय ने एक्स पर पोस्ट किया, “भारत-ईरान संयुक्त आयोग की बैठक के लिए नई दिल्ली पहुंचने पर विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची का हार्दिक स्वागत है। भारत-ईरान मैत्री संधि की 75वीं वर्षगांठ पर द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा करने और उसे बढ़ाने का यह एक अवसर है।”
राजधानी के हैदराबाद हाउस में आयोजित इस बैठक में व्यापार, ऊर्जा, संपर्क और क्षेत्रीय सहयोग पर व्यापक चर्चा होगी।
अगस्त 2024 में पदभार ग्रहण करने के बाद से यह अराघची की भारत की पहली आधिकारिक यात्रा है।
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, भारत-ईरान मैत्री संधि पर हस्ताक्षर की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित संयुक्त आयोग की बैठक में दोनों देशों के बीच आपसी हितों के मुद्दों और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए आगे के रास्ते की समीक्षा होगी। उनका राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात का भी कार्यक्रम है।