N1Live Sports ‘हमारे लिए सौभाग्य की बात’, पीएम मोदी से प्रशंसा पाकर गदगद हुए शहडोल स्थित ‘मिनी ब्राजील’ के फुटबॉलर
Sports

‘हमारे लिए सौभाग्य की बात’, पीएम मोदी से प्रशंसा पाकर गदगद हुए शहडोल स्थित ‘मिनी ब्राजील’ के फुटबॉलर

'It is a matter of good fortune for us', Shahdol-based 'Mini Brazil' footballers were thrilled to receive praise from PM Modi

 

शहडोल, मध्य प्रदेश के शहडोल में स्थित ‘मिनी ब्राजील’ के नाम से मशहूर विचारपुर गांव एक बार फिर चर्चाओं में है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन से बातचीत के दौरान गांव का जिक्र किया और यहां की फुटबॉल परंपरा की सराहना की। प्रधानमंत्री से प्रशंसा पाकर विचारपुर गांव के खिलाड़ी काफी खुश हैं।

फुटबॉल के नेशनल खिलाड़ी नरेश कुमार कुंडे ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “हमारे गांव में कई पुश्तों से फुटबॉल खेला जा रहा है। ऐसा कहा जा सकता है कि इस गांव के बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक के खून में फुटबॉल बसा हुआ है।”

नरेश कुमार ने कहा कि उन्होंने सात साल की उम्र से फुटबॉल खेलना शुरू किया था और उन्हें इस खेल की आदत अपने पिता-दादा से ही लगी। फिलहाल वह एक सरकारी संस्था में बतौर पीटी टीचर सेवाएं दे रहे हैं और वहां से लौटने के बाद बच्चों को फुटबॉल सिखाने के लिए रोजाना ग्राउंड पर आते हैं।

स्टेट प्लेयर आदित्य कुंडे ने कहा कि वह बहुत ही कम उम्र से फुटबॉल खेल रहे हैं। रोजाना तीन-चार घंटे प्रैक्टिस करते हैं। उनका सपना देश के लिए खेलने का है।

दरअसल, विचारपुर का नाम ‘मिनी ब्राजील’ पड़ने का कारण यहां पुश्तों से खेला जा रहा फुटबॉल का खेल है। गांव के प्रत्येक परिवार से नेशनल, स्टेट प्लेयर भी निकले हैं।

नेशनल प्लेयर मनीष सिंह गोड़ ने बताया कि विचारपुर गांव आदिवासी बहुल है और मैं खुद अपने घर की तीसरी पीढ़ी हूं, जो फुटबॉल खेलता है। गांव की आबादी लगभग 700 से 750 के बीच है और हर घर में राष्ट्रीय स्तर के फुटबॉल खिलाड़ी मौजूद हैं।

मनीष ने कहा कि खिलाड़ियों के पास खेल सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है, इस वजह से गांव के 70-80 लड़के-लड़कियां नेशनल लेवल पर खेल नहीं पा रहे हैं। आवश्यक सुविधाओं के न होने से खेलने में असुविधा हो रही है। उन्होंने कहा कि गांव में फुटबॉल से जुड़ी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, ताकि ये खिलाड़ी देश का परचम लहरा सकें।

कोच लक्ष्मी ने बताया कि वह बचपन से गांव में फुटबॉल खेल रही हैं और अब तक नौ नेशनल और तीन यूनिवर्सिटी स्तर पर आयोजित प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुकी हैं। उन्होंने खुशी व्यक्त की कि उनका गांव देश और दुनिया में ‘मिनी ब्राजील’ के नाम से मशहूर हो गया है।

Exit mobile version