भारत ने पाकिस्तान को आतंकवाद के मामले में बेनकाब करने के लिए कई देशों में सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को भेजने का फैसला किया है। इन प्रतिनिधिमंडलों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के अलावा अन्य पार्टियों के नेताओं को भी शामिल किया गया है। सरकार ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद और पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान को भी शामिल किया है, लेकिन बताया जा रहा है कि वह इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल नहीं होंगे।
इसी बीच, केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इन सभी विषयों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। जब अंतरराष्ट्रीय मंच की बात की जाती है और सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जा रहा है, तो इन विषयों को लेकर विवाद कतई उचित नहीं है।
उन्होंने आगे नसीहत देते हुए कहा कि अगर आपको कोई द्वेष है, तब भी इतर बैठकर उस पर चर्चा की जा सकती है। लेकिन, दुनिया के सामने इस तरह की बातों को उजागर करना मुझे नहीं लगता कि यह देशहित में है।
इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सोमवार को हुई मुलाकात को लेकर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि कई विषयों को लेकर उनसे चर्चा हुई। इससे पहले चिराग पासवान मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत की थी। इस साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के पहले इस मुलाकात को अहम माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने रविवार को मुख्यमंत्री पद को लेकर साफ कहा था कि मुख्यमंत्री के लिए बिहार में कोई वैकेंसी नहीं है। बिहार में मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही एनडीए बिहार में चुनाव लड़ेगी और चुनाव के बाद जीत दर्ज कर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार बनाएगी।
उन्होंने दरभंगा में कहा था कि बिहार में एनडीए का नेतृत्व फिलहाल नीतीश कुमार कर रहे हैं और भविष्य में भी वही करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहयोग से नीतीश कुमार ही आगामी विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री बनेंगे। नीतीश कुमार की सोच बिहार के विकास की है, और प्रधानमंत्री की सोच वाली सरकार का नेतृत्व वही करेंगे।