N1Live National स्वतंत्रता सेनानियों का ही पुरुषार्थ है जो स्वतंत्र भारत विशिष्ट विभूतियों को सम्मानित कर पा रहा है : मुख्यमंत्री योगी
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स्वतंत्रता सेनानियों का ही पुरुषार्थ है जो स्वतंत्र भारत विशिष्ट विभूतियों को सम्मानित कर पा रहा है : मुख्यमंत्री योगी

It is only due to the efforts of freedom fighters that independent India is able to honor distinguished personalities: Chief Minister Yogi

लखनऊ, 27 जनवरी । यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजभवन में आयोजित ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ के अंतर्गत अलंकरण समारोह में कला-संस्कृति, साहित्य एवं खेल में विशिष्ट योगदान देने वाली प्रतिभाओं का सम्मान एवं पुरस्कार वितरण किया।

इस अवसर पर उन्होंने लक्ष्मण पुरस्कार, रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ियों के साथ-साथ अलग-अलग विधाओं (कला, संस्कृति, नाट्य) में सम्मान प्राप्त करने वाली विभूतियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह भारत के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के पुरुषार्थ का परिणाम है कि हमारा स्वतंत्र भारत अपनी विशिष्ट विभूतियों को, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में कुछ नया करके दिखाया और भारत को दुनिया की एक नई ताकत के रूप में स्थापित करके उसके सामर्थ्य को देश-दुनिया के सामने रखा है, उन्हें सम्मानित कर पा रहा है।

राजभवन में आयोजित अलंकरण समारोह के अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी के समक्ष गुजरात के कलाकारों द्वारा पारंपरिक लोकनृत्य गरबा समेत अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी प्रस्तुतिकरण हुआ।

सीएम योगी ने कहा कि जब यह देश गुलाम था तब हम लोगों को अपनी उन विभूतियों को सम्मानित करने की स्वतंत्रता नहीं थी। जब देश आजाद हुआ उस समय तक हमारे पास अपना संविधान नहीं था। अंतरिम सरकार थी, लेकिन आज ही के दिन 1950 में इस देश ने अपना संविधान लागू किया। डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी के नेतृत्व में बनी संविधान निर्माण समिति ने देश के अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञों को, आजादी के लड़ाई के संघर्षों को और अपनी आवश्यकता के अनुरूप हम एक संविधान का निर्माण कर सकें, इस दृष्टि से उन सबके महत्वपूर्ण अनुभवों और सुझावों को ध्यान में रखकर दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे सुंदर संविधान हमें उपलब्ध कराया। भारत का संविधान समय की कसौटी पर हमेशा खरा उतरा है।

उन्होंने कहा कि भारत के संविधान दिवस की ही परिणिति है कि स्वतंत्र भारत अपने अनुरूप नीतियां बना रहा है, अपने अनुरूप कार्यक्रम बना रहा है, अपने अनुरूप दुनिया के सामने अपनी शक्ति और सामर्थ्य को रख रहा है। उत्तर प्रदेश दिवस इन्हीं स्मृतियों को आगे बढ़ाने का दिवस है। 24 जनवरी से 26 जनवरी के बीच आयोजित होने वाले उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर हमें उन विभूतियों को सम्मानित करने का अवसर प्राप्त होता है। यह हमारे लिए गौरव की अनुभूति होनी चाहिए कि एक दिन पूर्व ही भारत सरकार ने प्रदेश की 12 विभूतियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया है। उसमें भी पद्म पुरस्कार हमारे प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाइक जी को प्राप्त हुआ है।

सीएम योगी ने कहा कि आज यहां पर हम लोग प्रदेश की उन सभी विभूतियों को सम्मानित करने का प्रयास कर रहे हैं, जिन्होंने खेल, कला, संस्कृति के क्षेत्र में अपना कुछ विशिष्ट योगदान दिया है। इसमें खेल से संबधित पुरस्कारों में पुरुष वर्ग में प्रदेश का सर्वोच्च पुरस्कार लक्ष्मण पुरस्कार तो महिला वर्ग में रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार दिया जाता है। सामान्य वर्ग में अखिल को शूटिंग, राज कुमार पाल को हॉकी के लिए लक्ष्मण पुरस्कार दिया गया है, जबकि किरन बाल्यान को एथलेटिक्स का रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार प्रदान किया गया है। यह पुरस्कार 2022-23 के लिए उपलब्ध कराया गया है। इसी प्रकार से अन्य पुरस्कार भी प्रदान किए गए।

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