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बिना मुद्दे के मुद्दा बनाकर संसद सत्र नहीं चलने देना दुर्भाग्यपूर्ण : विश्वास सारंग

It is unfortunate not to allow the Parliament session to continue by creating an issue without an issue: Vishwas Sarang

भोपाल/अहमदाबाद, 6 दिसंबर । संसद सत्र से पहले विदेशी ताकतों की तरफ से उठाए गए एजेंडे को लेकर विपक्ष संसद के सत्र में हंगामा करता है। भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी के इस आरोप को लेकर मध्य प्रदेश सरकार में खेल एवं युवा कल्याण और सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग और भाजपा नेता रोहन गुप्ता ने गुरुवार को आईएएनएस से बात की।

मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, “कांग्रेस ने हमेशा नकारात्मक राजनीति करके जनता को गुमराह किया है। सदन में अगर सकारात्मक राजनीति करने के लिए देश की जनता ने उनको विपक्ष में रहने का आदेश दिया है, तो आपको उसका सदुपयोग करना चाहिए। अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए सदन का उपयोग करना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। पार्टी ने हमेशा जनता को गुमराह करने की कोशिश की है। बिना किसी मुद्दे के मुद्दा बनाकर राजनीति करना और मीडिया की सुर्खियों में आने की कोशिश करना बहुत गलत है। कांग्रेस के इस बर्ताव को जनता जानती है। जो मुद्दे पूरी तरह समाप्त हो चुके हैं, उनको भी मुद्दा बनाकर सदन को नहीं चलने देना और जनता के पैसे को बर्बाद करना दुर्भाग्यपूर्ण है।”

उत्तर प्रदेश के संभल में हुई घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर विश्वास सारंग ने कहा, “देश और समाज का माहौल बिगाड़ने की कोशिश करना, वैसा ही कृत्य है, जैसा बाबर ने किया था। संभल हो या कहीं और, हमेशा देश को तोड़ने वाले तत्व जुड़ जाते हैं और धर्म के नाम पर राजनीति करना, जाति को जाति से लड़ाना। उन्हीं ताकतों का षड्यंत्र है। लेकिन, अब ऐसे तत्व इस देश में रहने लायक स्थिति में नहीं रहेंगे। ऐसे लोगों की जगह जेल में है।”

भाजपा नेता रोहन गुप्ता ने कहा, “ऐसा पहली बार नहीं है कि संसद के सत्र से पहले कहीं रिपोर्ट आती है, कहीं कोई बात होती है, तो उसका असर देश पर पड़ता है। देश के लोकतंत्र, शेयर मार्केट और न्याय तंत्र पर हमला होता है। यह एक सोचा-समझा षड्यंत्र है। विपक्षी पार्टियों को इससे बचना चाहिए। देश की जनता उनकी हकीकत समझ चुकी है, जिसके कारण उनकी विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है।”

उन्होंने कहा, “ऐसी घटनाओं के बाद निवेशकों के लाखों करोड़ रुपए डूब गए। ऐसा पहली बार नहीं बल्कि दो से तीन बार हो चुका है। सरकार का विरोध करना विपक्ष का नैतिक अधिकार है, लेकिन सरकार के साथ जब देश का विरोध होने लगे, तो देश की जनता उनको माफ नहीं करेगी। यह बहुत ही खतरनाक राजनीति है। जनता ने देश की सत्ता से उनको हटा दिया है और अब विपक्ष की भूमिका से भी नहीं हटा दे, इसका उनको ख्याल करना चाहिए।”

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