भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने मंगलवार को ओडिशा के खुर्दा में अपने 63वें स्थापना दिवस को धूमधाम से मनाया। कार्यक्रम में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मंत्री ने सबसे पहले 41वीं बटालियन के परिसर में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित किया की और उसके बाद भव्य परेड का निरीक्षण किया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आईटीबीपी के महानिदेशक राहुल रसगोत्रा ने मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और बल की बीते वर्ष की महत्त्वपूर्ण उपलब्धियों को उजागर किया।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने मीडिया से बातचीत के दौरान आईटीबीपी के 62 वर्षों की समर्पित सेवा के लिए बल के जवानों को बधाई दी। इस दौरान उन्होंने हिमालयी सीमाओं पर चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के जवानों के अद्वितीय उत्साह, प्रतिबद्धता और सतर्कता की सराहना की। उन्होंने कहा कि आईटीबीपी के हिम वीरों ने उत्तम से उत्तम उत्कृष्ट परेड का आयोजन किया और कई प्रदर्शन भी किए।
मंत्री ने जवानों द्वारा प्रतिकूल परिस्थितियों में किए गए महत्त्वपूर्ण योगदान को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि बर्फ से ढकी सीमाओं पर हमारे जवान माइनस 50 डिग्री तापमान में तैनात रहकर देश की रक्षा करते हैं। इन्होंने अपने संकल्प, साहस और कर्तव्यनिष्ठा से इस देश की सीमा को सुरक्षित रखा है। पूरे देश को आईटीबीपी पर गर्व है। आईटीबीपी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विश्वास है। केंद्रीय गृह मंत्री की आईटीबीपी आशा है।
सीमा सुरक्षा हो, चाहे आंतरिक सुरक्षा हो, या जन सेवा करनी हो आईटीबीपी अपना उसमें सर्वोच्च योगदान देती है। आईटीबीपी के सामने कोई दुश्मन दुस्साहस करने की हिम्मत नहीं करता है। उन्होंने आगे कहा कि मैं वीर जवानों को शुभकामना और बधाई देता हूं कि सफलता आपके साथ रहे।