कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के बयान को गलत ठहराया है। संघ प्रमुख ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में कहा कि हमारे देश में अपने राष्ट्र की ही भक्ति होनी चाहिए, ‘तेरे टुकड़े हों’ की भावना देश में होनी ही नहीं चाहिए। इस पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि हमारे देश में ऐसी कोई भावना नहीं है।
कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “जो लोग ऐसे झूठे आरोप लगाते हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि यहां ऐसा कुछ नहीं हुआ है। देश का हर नागरिक अपने देश से प्यार करता है। अगर कोई बाहर से आतंक फैलाने या शांति भंग करने के इरादे से आता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।”
तारिक अनवर ने आगे कहा, “मेरे विचार से अपने ही नागरिकों पर ऐसे आरोप लगाना पूरी तरह गलत है। पिछले दिनों जेएनयू में जो घटना घटी, वह बना बनाया मंसूबा था।”
कई खाड़ी देशों में फिल्म ‘धुरंधर’ पर बैन के बारे में कांग्रेस सांसद ने कहा, “मैंने खुद यह फिल्म नहीं देखी है, लेकिन अगर कई देशों ने इस पर बैन लगाया है, तो यह देखना चाहिए कि क्या इसमें कोई आपत्तिजनक कंटेंट है जिसकी वजह से पाकिस्तान और दूसरे देशों ने इस पर संज्ञान लिया है।”
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को अंडमान और निकोबार द्वीप के श्री विजयपुरम में सावरकर की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर ‘तेरे टुकड़े हों’ की भावना के बारे में बयान दिया था। मोहन भागवत ने कहा कि भारत में ऐसे विचारों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए, जो देश को बांटते हैं। सावरकर ने कभी खुद को किसी जाति या इलाके से नहीं जोड़ा, बल्कि सिर्फ देश के सेवक के तौर पर देखा।
उन्होंने कहा, “जहां भारतीयों की पिछली पीढ़ियों को देश की आजादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान देना पड़ा, वहीं आज की पीढ़ी को देश की तरक्की के लिए जीना चाहिए।” उन्होंने आत्मनिर्भरता और स्वदेशी के महत्व पर जोर दिया और माता-पिता से बच्चों को कड़ी मेहनत करने और सफलता के मार्ग पर चलाने की अपील की।


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