October 18, 2024
National

जगन मोहन रेड्डी सरकार भाजपा के हाथ की कठपुतली बन गई : शर्मिला

विशाखापट्टनम, 23 जनवरी । आंध्र प्रदेश कांग्रेस प्रमुख वाई.एस. शर्मिला ने मंगलवार को आरोप लगाया कि वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार भाजपा के हाथों की कठपुतली बन गई है।

आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभालने के एक दिन बाद, उन्होंने अपने भाई के नेतृत्व वाली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, ”इसकी कार्यप्रणाली उनके पिता वाईएस राजशेखर रेड्डी (वाईएसआर) के आदर्शों के अनुरूप नहीं है।”

“वाईएसआर जीवन भर भाजपा के घोर विरोधी रहे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आंध्र प्रदेश में राजनीतिक दल भाजपा के हाथों के टूल्स बन गए हैं। सरकार उस पार्टी के हाथ में है, जिसके पास एक भी विधायक नहीं है।”

वाई.एस. शर्मिला ने श्रीकाकुलम जिले के इचापुरम में उस स्थान का दौरा किया जहां वाईएसआर ने 2003 में अपनी पदयात्रा ‘प्रजा प्रस्थानम’ पूरी की थी। इसके बाद उन्होंने एक बैठक को संबोधित करते हुए बयान दिए।

उन्होंने याद किया कि आरोग्यश्री और मुफ्त बिजली जैसी योजनाएं इसी पदयात्रा से पैदा हुई थीं क्योंकि उन्होंने लोगों की कठिनाइयों को करीब से देखा था।

शर्मिला ने कहा कि वह वाईएसआर के संघर्ष को जारी रखने के लिए उनके बीच आई हैं और उनके साथ खड़ी रहेंगी। उन्होंने दावा किया कि वह आंध्र प्रदेश के लोगों की भलाई के लिए उसी स्थान से अपनी यात्रा शुरू कर रही हैं जहां वाईएसआर ने अपनी ऐतिहासिक ‘पदयात्रा’ समाप्त की थी।

उन्होंने कहा कि वाईएसआर और कांग्रेस एक-दूसरे के समर्थक हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि कांग्रेस ने वाईएसआर का अपमान किया। इसमें कोई सच्चाई नहीं है। पार्टी आलाकमान आज भी उनका सम्मान करता है। सोनिया गांधी ने व्यक्तिगत रूप से मुझे यह बताया।

शर्मिला ने विशेष राज्य का दर्जा दिलाने में विफलता पर जगन सरकार की आलोचना की। उन्होंने पूछा कि उनके वादे का क्या हुआ कि अगर वाईएसआरसीपी को 25 लोकसभा सीटें मिलती हैं, तो वह विशेष दर्जा लाएंगे।

उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस एकमात्र पार्टी है जो राज्य और लोगों के बारे में सोचती है। राहुल गांधी पहले ही कह चुके हैं कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो पहला फैसला आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देना होगा।

इससे पहले, शर्मिला ने पलासा से इचापुरम तक एपीएसआरटीसी बस में यात्रा की और कुछ महिला यात्रियों से बातचीत कर उनकी समस्याएं जानीं थीं।

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