शिमला के जाखू स्थित पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय ने अपने कक्षा 1 में नव प्रवेशित विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों के स्वागत के लिए एक ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया। औपचारिक स्कूली शिक्षा में सहज संक्रमण प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में परिवारों को स्कूल के चरित्र, संरचना और शैक्षणिक वातावरण से परिचित कराया गया।
दिन की शुरुआत पारंपरिक स्वागत के साथ हुई, जिसमें उप-प्रधानाचार्य शेरब दोरजे और प्रधानाध्यापिका डॉ. नीलू शर्मा ने नन्हे विद्यार्थियों का तिलक लगाकर स्वागत किया और उन्हें सजावटी टोपी पहनाई। इस औपचारिक स्पर्श ने बच्चों के लिए खुशी और गर्मजोशी भर दी, जिससे स्कूल का पहला दिन बच्चों के लिए यादगार बन गया।
स्कूल के सभागार में आयोजित औपचारिक कार्यवाही की शुरुआत उप-प्रधानाचार्य दोरजे के प्रेरक भाषण से हुई। उन्होंने अनुशासन, कड़ी मेहनत और सीखने के प्रति आजीवन प्रेम विकसित करने के महत्व पर जोर दिया। इसके बाद एक सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ, जिसमें रचनात्मक तरीके से एकल-उपयोग प्लास्टिक के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाई गई, जिससे पर्यावरण चेतना के प्रति स्कूल की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया गया।
प्राथमिक शिक्षक पबक सवाई ने अभिभावकों को स्कूल की शैक्षिक संरचना, नवीन शिक्षण विधियों और समग्र विकास के प्रति प्रतिबद्धता को समझने में मदद करने के लिए एक सूचनात्मक पावरपॉइंट सत्र प्रस्तुत किया।
प्रधानाध्यापिका डॉ. नीलू शर्मा ने विद्या प्रवेश कार्यक्रम, मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता (एफएलएन) पहल, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 और समग्र रिपोर्ट कार्ड के कार्यान्वयन के बारे में जानकारी देते हुए श्रोताओं को संबोधित किया। उन्होंने अपने बच्चे के शैक्षणिक और व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देने में माता-पिता की अपरिहार्य भूमिका पर भी प्रकाश डाला।
इस ओरिएंटेशन का उद्देश्य छात्रों और अभिभावकों को स्कूल के प्रोटोकॉल, मूल्यों और अपेक्षाओं से परिचित कराकर उनमें आत्मविश्वास और स्पष्टता को बढ़ावा देना था। इसने आगे की यात्रा के लिए एक सकारात्मक माहौल तैयार किया और सहयोगात्मक शिक्षण के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया।
कार्यक्रम का समापन प्राथमिक अध्यापिका शबनम के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिन्होंने सभी उपस्थित लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया तथा विद्यार्थियों के उज्ज्वल एवं सफल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।