चंडीगढ़, 26 सितंबर । पंजाब में धान की कटाई का सीजन शुरू हो गया है। धान की कटाई के बाद पराली हमेशा से एक बड़ी समस्या रही है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए केंद्र सरकार और पंजाब सरकार द्वारा कई उपाय किए गए हैं, जो अभी तक विफल साबित हुए हैं। अब पराली की समस्या से निजात दिलाने के लिए पंजाब के जालंधर के एक इंडस्ट्रियलिस्ट द्वारा एक मशीन तैयार की गई है, इससे पराली को कोयले में बदला जाएगा। इससे पराली की समस्या से काफी हद तक निजात मिल पाएगी।
पराली से कोयला बनाने वाली मशीन को देखने किसान नेता सहित कई युवा किसान पहुंचे और इंडस्ट्रियलिस्ट द्वारा बनाए गए इस मशीन की तारीफ की। किसानों ने कहा कि अगर सरकार इस मशीन को नहीं खरीदेगी, तो हम खरीदेंगे।
जालंधर के सोडल रोड इंडस्ट्रियल एरिया पर स्थित एक्सपर कंपनी के मालिक अजय पलटा ने एक ऐसी मशीन तैयार की है, जो पराली की समस्या से काफी हद तक निजात दिलाएगी। इस मशीन को तैयार हुए लगभग दो साल से अधिक समय हो चुका है। इस संबंध में प्रस्ताव भी सरकार को भेजा जा चुका है। लेकिन,अभी तक सरकार द्वारा इस मशीन को खरीदा नहीं किया है। इस मशीन से 100 टन पराली से कोयला हर रोज बनाया जा सकता है।
इस मशीन की कीमत लगभग ढाई करोड़ रुपये है। लेकिन, इस मशीन के इस्तेमाल से पराली की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी। परली से कोयला बनाने वाली इस मशीन को देखने आए किसान नेता और युवा किसानों ने सरकार से अपील की है कि ऐसी मशीनों को पंजाब ही नहीं, बल्कि देशभर में लगाया जाए।
जालंधर के किशनगढ़ से दोआबा किसान वेलफेयर सोसाइटी के प्रधान हर सुरिंदर सिंह और किसान दिलबाग सिंह ने कहा कि जालंधर के इंडस्ट्रियलिस्ट अजय पलटा द्वारा परली से कोयला बनाने वाली मशीन बनाई गई है।
उन्होंने कहा कि केंद्र और पंजाब सरकार को इस मशीन को पंजाब ही नहीं, बल्कि धान उत्पादक दूसरे राज्यों में लगाना चाहिए, ताकि पराली की समस्या से छुटकारा पाया जा सके।