श्री माता वैष्णो देवी तीर्थ मार्ग पर अनधिकृत और नकली सेवा प्रदाताओं के खिलाफ जम्मू-कश्मीर के रियासी जिला पुलिस ने कड़ा कदम उठाया है।
पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में धोखाधड़ी करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की है। यह कार्रवाई तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और पवित्र मार्ग की व्यवस्था बनाए रखने के लिए की गई है।
पहली घटना श्री गीता माता मंदिर, स्नान घाट-2 के पास हुई। यहां नियमित गश्त के दौरान पुलिस ने एक व्यक्ति को रोका, जिसने खुद को पूरन सिंह बताया और पोनी सेवा प्रदाता के रूप में लाइसेंस दिखाया। लेकिन जांच में पाया गया कि लाइसेंस पर लगी तस्वीर उस व्यक्ति से मेल नहीं खाती। आधार कार्ड की जांच से उसकी असली पहचान मनीर हुसैन, निवासी झंडी, तहसील ठाकराकोट, रियासी के रूप में सामने आई। वह किसी और के लाइसेंस का दुरुपयोग कर अवैध रूप से पोनी सेवा चला रहा था। इस मामले में कटरा पुलिस स्टेशन में एफआईआर नंबर 111/2025 दर्ज की गई है। जांच जारी है।
दूसरी घटना बाण गंगा ब्रिज के पास हुई, जहां साहिल खान, निवासी कोटली अखनूर, जम्मू को बिना वैध लाइसेंस के पोनी चलाते पकड़ा गया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसके पास कोई पंजीकृत पोनी कार्ड नहीं है और वह एसडीएम के आदेशों का उल्लंघन कर रहा था। इसके खिलाफ कटरा पुलिस स्टेशन में एफआईआर नंबर 112/2025 दर्ज की गई है। इस मामले की भी जांच चल रही है।
रियासी पुलिस ने स्पष्ट किया कि वह वैष्णो देवी मार्ग की पवित्रता और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। ऐसी अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए पुलिस ने गश्त, सत्यापन और निगरानी तेज कर दी है। पुलिस ने सभी सेवा प्रदाताओं से वैध लाइसेंस साथ रखने की अपील की है।
साथ ही, तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने का अनुरोध किया है। यह कार्रवाई तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षित और व्यवस्थित माहौल सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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