जम्मू की एक अदालत ने डोडा सीट से विधायक मेहराज मलिक के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है। मलिक आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्य हैं, वह कई विवादों में घिरे हुए हैं। कोर्ट द्वारा गैर-जमानती वारंट जारी करने के फैसले के बाद उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि वह कानून का सामना करेंगे।
उन्होंने कहा कि मुझे इस वक्त नहीं पता कि क्या मामला है, मैं पता करूंगा। कुछ लोग हैं जिन्होंने मुझे राजनीति सिखाई, आपके पास जीता जागता सबूत है। मैंने हमेशा ईमानदारी की सियासत की है। हालांकि, कुछ लोगों ने मुझे राजनीति में घसीटने की कोशिश की और मुझे बेईमानी की राजनीति सिखाई। मुझे तैरना नहीं आता था, तब धक्का देकर मुझे दरिया में गिरा दिया गया, अब मुझे तैरना आ गया है। इसके बाद अब कोई कानून का इस्तेमाल करके मुझे कटघरे में खड़ा करना चाहते हैं, वहां पर जलील करना चाहते हैं, मुझे बेड़िया लगवाना चाहते हैं। लेकिन, उन लोगों को पता है कि कानून में इंसाफ है और इंसाफ अगर हो गया तो कानून भी सीखेंगे। आज हमारा नंबर है तो अगला नंबर उनका भी होगा।
मलिक ने आगे कहा कि यहां जो हो रहा है, वह हमारे युवाओं के लिए बिल्कुल अप्रत्याशित था। लेकिन हाउस के अंदर किसी ने आवाज़ नहीं उठाई। अब सवाल उठता है कि क्या यहां हाउस में इस आवाज को उठाना चाहिए था? दस साल से जिन लाठियों को झेला जा रहा था, अगर वह फिर से पड़े तो इसका क्या असर होगा?
विधायक मलिक ने यह स्पष्ट किया कि उनके खिलाफ जो गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है, वह राजनीतिक साजिश हो सकती है। उन्होंने विश्वास जताया कि वह इस कानूनी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
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