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जेडीयू ने दलितों, पिछड़ों, अति पिछड़ों और वंचितों की आवाज को दबाया: अर्पणा कुमारी

JDU suppressed the voice of Dalits, backward classes, extremely backward classes and the deprived: Arpana Kumari

बिहार विधानसभा चुनाव में बिहपुर विधानसभा सीट से विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) की उम्मीदवार अर्पणा कुमारी ने गुरुवार को जेडीयू पर जुबानी हमला किया। उन्होंने कहा कि जेडीयू ने दलितों, पिछड़ों, अति पिछड़ों और वंचितों की आवाज को दबाया है।

अर्पणा कुमारी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत में कहा कि मैं कल तक जेडीयू की सिपाही थी। अब महागठबंधन के साथ आ गई हूं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने सिखाया है कि दलितों, पिछड़ों, अति पिछड़ों और वंचितों की आवाज बनो। उसी काम के लिए मैं चुनावी मैदान में उतरी हूं। बिहार में आज मौजूदा सरकार दलितों, पिछड़ों, अति पिछड़ों और वंचितों की आवाज को दबा रही है।

उन्होंने कहा कि बिहपुर विधानसभा की सबसे बड़ी समस्या बाढ़ है। केला और मकई के ज्यादा उत्पादन के बावजूद कोई फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री नहीं है, जिससे यहां की जनता को परेशानी हो रही है।

अर्पणा कुमारी ने मौजूद सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस सरकार से सभी परेशान हैं। अगर जनता ने मुझे मौका दिया तो मेरा संकल्प बिहपुर का सम्पूर्ण विकास होगा। जनता की समस्याओं को जल्द से जल्द दूर किया जाएगा। मैं कई सालों से जनता की समस्या दूर करने का प्रयास कर रही हूं।

उन्होंने कहा कि आज के समय में अस्पतालों में मरीजों का इलाज सही नहीं हो पा रहा है। मरीज इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में जाना नहीं चाहते। सबसे ज्यादा स्थिति शिक्षा की खराब हो गई है। यहां क्लास तो हैं, लेकिन उनको पढ़ाने के लिए शिक्षकों की कमी है। इसके चलते बिहार लगातार शिक्षा के क्षेत्र में पीछे जा रहा है।

अर्पणा कुमारी ने आगे कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है। जनता को महागठबंधन पर विश्वास है, इसीलिए अब वह एनडीए सरकार को बाहर का रास्ता दिखाने जा रही है। महागठबंधन के नेतृत्व में बिहार में विकास होगा। मौजूदा सरकार केवल वादे करती है, चुनाव के बाद सारे वादे भूल जाती है। बिहार में हम लोग जल्द से जल्द पलायन रोकने पर काम करेंगे।

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