January 20, 2025
National

झारखंड सीजीएल परीक्षा का विवाद गहराया, सोमवार को रांची में जुटेंगे छात्र

Jharkhand CGL exam controversy deepens, students will gather in Ranchi on Monday

रांची, 15 दिसंबर । झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित सीजीएल (कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल) परीक्षा का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। परीक्षा परिणाम रद्द करने की मांग को लेकर छात्रों ने सोमवार को रांची में आयोग का दफ्तर घेरने का ऐलान किया है। दावा किया जा रहा है कि प्रदर्शन में पूरे राज्य से हजारों छात्र शामिल होंगे।

इस ऐलान को देखते हुए पुलिस ने जेएसएससी दफ्तर, राजभवन, मुख्यमंत्री आवास, मुख्यमंत्री सचिवालय में सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए हैं। बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती के साथ जेएसएससी दफ्तर के आसपास जबरदस्त बैरिकेडिंग की गई है।

जेएसएससी ने इस परीक्षा के आधार पर शॉर्टलिस्ट किए गए 2,231 अभ्यर्थियों को सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के लिए 16 से 20 दिसंबर तक आयोग के दफ्तर में उपस्थित होने को कहा है। दूसरी तरफ छात्रों के आंदोलन की अगुवाई कर रहे जेएलकेएम (झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा) के नेता देवेंद्र नाथ महतो ने दावा किया है कि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया हर हाल में रुकवाई जाएगी।

जेएलकेएम की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि राज्य के सभी 24 जिलों के छात्र आज ही रांची पहुंच चुके हैं। विभिन्न लॉज, हॉस्टल, और रिश्तेदारों घर में रात्रि विश्राम करके सुबह नौ बजे से छात्र जेएसएससी कार्यालय को घेरेंगे। दूसरी तरफ, पुलिस को दिए गए निर्देश के मुताबिक, प्रदर्शन करने वाले छात्रों को जेएसएससी दफ्तर पहुंचने से रोका जाएगा।

कई जिलों से रांची आ रहे छात्रों की गाड़ियों को रोके जाने की सूचना मिली है। राज्य पुलिस बल के डेढ़ हजार जवानों के अलावा तीन कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स, पांच डीएसपी और आठ इंस्पेक्टरों की तैनाती की गई है।

उल्लेखनीय है कि झारखंड सरकार के विभिन्न विभागों में लगभग दो हजार पदों पर नियुक्ति के लिए जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा 21-22 सितंबर को राज्य में 823 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित हुई थी। परीक्षा में तीन लाख चार हजार 769 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। परीक्षा संपन्न होने के दूसरे दिन से ही अभ्यर्थियों ने पेपर लीक और प्रश्नपत्रों में पिछले वर्षों की रद्द परीक्षाओं के प्रश्न बड़ी संख्या में दोहराए जाने के आरोपों को लेकर हंगामा किया था।

रांची और हजारीबाग सहित राज्य के कई शहरों में इसे लेकर छात्रों ने प्रदर्शन किए। हजारीबाग में 10 दिसंबर को आंदोलित छात्रों ने करीब चार घंटे तक हाईवे जाम कर दिया था। उन्हें हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। आयोग ने छात्रों के आरोपों की जांच के लिए एक कमेटी गठित की थी, जिसने जांच के बाद दावा किया था कि परीक्षा में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। हालांकि दो दिन पहले सीएम हेमंत सोरेन ने गड़बड़ी के आरोपों की जांच सीआईडी से कराने की घोषणा की है।

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