यमुना जल समझौते के संबंध में हरियाणा ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि राजस्थान को केवल बरसात के मौसम में आने वाला अतिरिक्त पानी ही प्रदान किया जाएगा। 7 जनवरी को दिल्ली में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल की उपस्थिति में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी के बीच एक बैठक आयोजित हुई थी। इस पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा कि झुंझुनू और सीकर को पानी मिलना चाहिए। इन इलाकों में पानी की कमी की वजह से बहुत भीषण तकलीफ है।
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री पहले कई बार कह चुके हैं हरियाणा का पानी लेकर आएंगे, हालांकि इससे खुशी की बात कुछ नहीं हो सकती, लेकिन 2002 में जब चौटाला साहब हरियाणा के मुख्यमंत्री थे, तब हमने मीटिंग भी की थी। जयपुर में उस वक्त चौटाला साहब ने कहा था कि पानी पर पहला हक राजस्थान का है। राजस्थान को पानी दो। बचे हुए पानी को हम इस्तेमाल करेंगे। हम खुश हो गए, क्योंकि उस वक्त चौटाला साहब ने खुद ने कहा इनका हक बनता है। इन्हें पानी देना चाहिए। जो बचेगा हमारे काम आएगा। इस पर हम बड़े खुश हो गए थे कि हरियाणा के मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि पानी पर राजस्थान का हक बनता है।”
उन्होंने कहा, “इससे अच्छी बात और कोई क्या कर सकता है। उस समय हमने एमओयू बनाया, भेजा और उस पर दस्तखत नहीं हुए। उस दिन से लेकर आज तक चाहें पंजाब के साथ विवाद हो या हरियाणा के साथ विवाद हो, बात आगे बढ़ नहीं पा रही है। मंगलवार को हरियाणा के सीएम सैनी ने कहा है कि पानी बचेगा तो हम देंगे। पानी बचेगा या नहीं बचेगा वह तो समय बताएगा। हम तो तब खुश होंगे, जब हमें झुंझुनू और सीकर में पानी मिल जाएगा। वहां पानी की कमी की वजह से बहुत भीषण तकलीफ है।”
दिल्ली विधानसभा चुनाव पर उन्होंने कहा, “दिल्ली में मंगलवार को चुनाव की तारीख घोषित हो गई हैं और हम सभी तैयार हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने चुनाव पर काम शुरू कर दिया है। जनता का मूड बदल रहा है। जहां पहले हम कुछ अलग महसूस कर रहे थे, वहीं अब बदलाव साफ नजर आ रहा है। भाजपा के लोग लगातार बोलते हैं, प्रधानमंत्री जी कभी 4000 तो कभी 10-12 हजार रुपये की योजनाओं का जिक्र करते हैं। जैसे ही चुनाव आते हैं, उनका यह खेल शुरू हो जाता है और ऐसा माहौल बनाते हैं, जैसे चुनाव जीतना बिल्कुल तय है।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं समझता हूं कि भाजपा ने जितनी तैयारी की है, कांग्रेस की तैयारी उससे कहीं बेहतर है। हम चुनाव जीतने के इरादे से मैदान में उतरेंगे। देश में जो स्थिति बन चुकी है, वह किसी से छिपी नहीं है। चुनाव जीतना एक बात है, लेकिन देश और प्रदेश को सशक्त बनाने के लिए धर्म, प्यार, मोहब्बत और भाईचारे की जरूरत है। हमारी जीत सिर्फ एक शुरुआत होगी, लेकिन प्रधानमंत्री को अभी भी समय है कि वह पहल करें और सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच की बढ़ती दुश्मनी को खत्म करें। यह स्थिति देशवासियों के लिए खतरनाक बन चुकी है। देश में भय का माहौल बन गया है और यह स्थिति बेहद चिंताजनक है।”