पटना, 28 सितंबर । एक दिन के बिहार दौरे पर शनिवार को राजधानी पटना पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में सेवा पखवाड़ा के तहत आयोजित पैरालंपिक खिलाड़ी सम्मान और सदस्यता अभियान समारोह के तहत पैरालंपिक खिलाड़ियों को सम्मानित किया। इस मौके पर 20 चर्चित खिलाड़ियों ने भाजपा की सदस्यता भी ग्रहण की।
समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने कहा कि एक समय था जब ओलंपिक को प्राथमिकता नहीं दी जाती थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए योजना बनाकर इसे आगे बढ़ाया। ओलंपिक ही नहीं पैरालंपिक को भी मुख्यधारा में लाने का काम किया गया।
उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता में जाने से पहले और बाद में प्रधानमंत्री खुद खिलाड़ियों से मुलाकात करते हैं और उनके विचार जानते हैं तथा उन्हें प्रोत्साहित करने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि खेल को आगे बढ़ाने के लिए खेल के बजट में तीन गुना बढ़ोतरी की गई तथा खिलाड़ियों की हर तरीके से मदद करने और प्रशिक्षण देने का काम किया गया। किसी ने यह नहीं सोचा होगा कि गांव तक खेलों की व्यवस्था की जाएगी, लेकिन खेलो इंडिया के तहत कई खेलों को आगे बढ़ाने का काम किया गया।
पैरालंपिक खिलाड़ियों का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा,”आप आगे बढ़ो, रुकने की कोई जरूरत नहीं है। हम सभी आपके साथ खड़े हैं और मजबूती से खड़े हैं।”
इस सम्मान समारोह में पेरिस पैरालंपिक मेडल प्राप्त खिलाड़ी शैलेश कुमार और शरद कुमार, तथा अंतर्राष्ट्रीय मेडल प्राप्त खिलाड़ी गजेंद्र कुमार, अमिसा प्रकाश, सिंटू कुमार, मोहम्मद शमीम, मानसी, ऑब्जर्वर शिवाजी कुमार सहित 108 खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया।
इससे पहले आज सुबह पटना हवाई अड्डे पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा सहित पार्टी के कई नेताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष का भव्य स्वागत किया। भाजपा ने पूरे शहर को पार्टी के झंडों, होर्डिंग एवं बैनर से पाट दिया है।
जे.पी. नड्डा हवाई अड्डा से सीधे सचिवालय स्थित सप्तमूर्ति पहुंचे। वहां उन्होंने अमर शहीदों के स्मारक पर माल्यार्पण किया और उन्हें नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद वह सीधे भाजपा कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने भाजपा द्वारा पूरे देश में जारी सदस्यता अभियान के तहत बिहार प्रदेश में हुई प्रगति की समीक्षा की।
बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसे लेकर सभी दल अपनी-अपनी रणनीतियां बनाने में जुटे हैं। भाजपा भी अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने में जुटी है।